फैसला: छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव नहीं ,ये दरें जारी रहेंगी


नई दिल्ली,। सरकार ने एक अप्रैल 2024 से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए विभिन्न छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर पहले की ही तरह 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा।


वित्त मंत्रालय ने इस संदर्भ में शुक्रवार को अधिसूचना जारी की। इसके मुताबिक, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें चौथी तिमाही (जनवरी- मार्च, 2024) के लिए अधिसूचित दरों के समान होंगी।

सात तिमाही में पहली बार बदलाव नहीं: सरकार हर तिमाही में मुख्य रूप से डाकघरों में संचालित छोटी बचत योजनाओं पर देय ब्याज दरों को अधिसूचित करती है। सात तिमाहियों में यह पहली बार हुआ कि जब सरकार ने इन छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बढ़ोतरी नही की है। पिछली बार इनमें वृद्धि: पिछली बार मार्च तिमाही के लिए सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दरों बढ़ोतरी की थी। वित्त मंत्रालय ने जनवरी से मार्च 2024 तिमाही के लिए इस योजना की ब्याज दर 8 फीसदी से बढ़ाकर 8.20 फीसदी कर दी थी।


इसके अलावा तीन साल टाइम डिपॉजिट के लिए ब्याज दरें 7 फीसदी से 7.1 फीसदी की गई थी। डाकघर की छोटी बचत योजनाओं के लिए वित्त मंत्रालय हर तिमाही के लिए दरों का ऐलान करता है।

पीपीएफ की दरों में तीन साल से परिवर्तन नहीं

पीपीएफ दरों में पिछले तीन वर्षों से कोई बदलाव नहीं किया गया। इसमें आखिरी बार अप्रैल-जून 2020 में बदलाव किया गया था, जब इसे 7.9 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी कर दिया गया था। इस बीच ब्याज दरों में कई संशोधन हुए लेकिन पीपीएफ में कोई बदलाव नहीं हुआ।

इस कारण नहीं बदली

अधिकारियों के अनुसार, पीपीएफ ब्याज दर में ज्यादा बढ़ोतरी न होने का प्रमुख कारण यह है कि इस योजना में टैक्स के बाद रिटर्न अधिक है। उच्चतम कर दायरे के मामले में यह लगभग 10.32 फीसदी तक पहुंच जाता है। इसे देखते हुए ब्याज दर में बदलाव नहीं किया जाता है.



ये दरें जारी रहेंगी

श्रेणी

दर

बचत खाता

04

एक साल की एफडी

6.9

दो साल की एफडी

7.0

तीन साल की एफडी

7.1

पांच साल की एफडी

7.5

आरडी

6.5

वरिष्ठ नागरिक जमा

8.2

एमआईएस

7.4

एनएससी

7.7

पीपीएफ

7.1

किसान विकास पत्र

7.5

सुकन्या समृद्धि

8.2