मुजफ्फरनगर। हेडकांस्टेबल चंद्र प्रकाश ने कारबाइन से 11 गोलियां चलाई थीं। पांच गोलियां शिक्षक धर्मेंद्र कुमार के शरीर के पार निकल गईं। मौके पर 10 खोखे मिले हैं, जबकि एक कारतूस भी पड़ा मिला है। दो डॉक्टरों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शिक्षक को पांच गोलियां लगने की पुष्टि हुई है
कारबाइन की मैगजीन में 25 गोलियां आती हैं। 14 गोलियां कारबाइन की मैगजीन में ही मिली हैं। शिक्षक के भाई जितेंद्र की तहरीर पर रिपोर्ट के बाद देर रात पोस्टमार्टम हुआ। वाराणसी से शिक्षक धर्मेंद्र साथी शिक्षक संतोष, हेडकांस्टेबल चंद्र प्रकाश, दरोगा नागेंद्र चौहान व दो कर्मचारियों के साथ डीसीएम से यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आए थे। सभी रात लगभग बारह बजे पहुंचे थे और एसएसपी आवास के सामने एसडी इंटर कॉलेज के गेट के पास रात करीब दो बजे चंद्र प्रकाश ने धर्मेंद्र से तंबाकू मांगा। मना करने पर कारबाइन से धर्मेंद्र की हत्या कर दी। शिक्षक धर्मेंद्र के भाई जितेंद्र ने आरोपी चंद्र प्रकाश के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट और हत्या की धारा में केस दर्ज कराया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।