RBI Action On Paytm: केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (Paytm Payments Bank) पर बड़ी कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई के तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक की ज्यादातर सर्विसेज पर रोक लग गई है। वैसे तो आरबीआई का फैसला 29 फरवरी के बाद लागू होगा लेकिन इससे अब करोड़ों पेटीएम यूजर्स (Paytm users) के मन में कई तरह के सवाल चलने लगे हैं। पेटीएम ऐप के एक सामान्य यूजर को भी इस फैसले से बेचैनी है। हम पेटीएम से जुड़े आपके हर कन्फ्यूजन को दूर करेंगे
सवाल: क्या कार्रवाई हुई है?जवाब: दरअसल, रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड, वॉलेट और फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद डिपॉजिट या टॉप-अप स्वीकार नहीं करने का निर्देश दिया था।
सवाल : मेरे पास पेटीएम का ऐप है, तो क्या मेरा ऐप बंद हो जाएगा?जवाब: अगर आपके पास पेटीएम का ऐप है और पेटीएम के पेमेंट्स बैंक की सर्विस नहीं ले रहे हैं तो आपको इस फैसले से घबराने की जरूरत नहीं है। मतलब आप पहले की तरह आगे भी अपनी हर एक्टिविटी कर सकेंगे। उदाहरण के लिए मोबाइल रिचार्ज, पानी, बिजली बिल भुगतान आदि। इसमें आप बिल का भुगतान करते हैं तो पेमेंट यूपीआई के जरिए एसबीआई, एचडीएफसी जैसे अपने बैंक से करते हैं।
सवाल: फिर किस पर असर पड़ेगा?जवाब: दरअसल, पेटीएम कई बैंकों के साथ पार्टनरशिप कर लोन समेत अन्य तरह की सर्विसेज देता है। इनमें से एक पेटीएम पेमेंट्स बैंक भी है। आरबीआई के फैसले के बाद अब पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सर्विस पर रोक लग जाएगी। यह रोक 29 फरवरी के बाद प्रभावी होगा। मतलब आप पेटीएम पेमेंट्स बैंक में जमा पैसे से किसी तरह के बिल का भुगतान करना चाहेंगे तो वो मुमकिन नहीं होगा।
सवाल: नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) कार्ड काम करेगा या नहीं?जवाब: पेटीएम के ऑफिशियल एक्स हैंडल से बताया गया है कि फिलहाल आपका NCMC कार्ड एक्टिव रहेगा। कंपनी ने कहा- आप इसमें मौजूदा बैलेंस राशि का उपयोग करते रहेंगे।
सवाल: पीओएस और साउंडबॉक्स सर्विस पर क्या असर?जवाब: आपकी पेटीएम पीओएस (पॉइंट-ऑफ-सेल) और साउंडबॉक्स सेवाओं पर किसी तरह का प्रभाव नहीं पड़ेगा। पेटीएम ने कहा कि हम नए ऑफलाइन मर्चेंट को आगे भी जोड़ने में सक्षम रहेंगे। बता दें कि दुकानदार या व्यापारी वर्ग इस डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं।
सवाल: क्या मर्चेंट पेटीएम से भुगतान लें सकेंगे? वे मर्चेंट जो पेटीएम पेमेंट्स बैंक खाते में पैसा रिसीव करते हैं, वे पेमेंट एसेप्ट नहीं कर पाएंगे। आरबीआई के फैसले की वजह से इन खातों में नए क्रेडिट की अनुमति नहीं होगी।
शेयर में 20 प्रतिशत की गिरावट
केंद्रीय रिजर्व बैंक के एक्शन के बाद पेटीएम के शेयर में 20 प्रतिशत तक की गिरावट आई। बीएसई पर शेयर 20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 608.80 रुपये पर पहुंच गए। एनएसई पर 19.99 प्रतिशत गिरकर 609 रुपये पर रहे। कंपनी का बाजार पूंजीकरण (एमकैप) भी 9,646.31 करोड़ रुपये घटकर 38,663.69 करोड़ रुपये हो गया। बता दें कि वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है लेकिन वह इसे अपनी सहयोगी के रूप में काम करता है, न कि सब्सिडियरी कंपनी के रूप में
सवाल: Paytm FASTag का क्या होगा?जवाब: आप अपने मौजूदा Paytm FASTag बैलेंस का उपयोग जारी रख सकते हैं लेकिन 29 फरवरी के बाद यह निष्क्रिय हो जाएगा। पेटीएम फास्टैग यूजर्स को एक नया टैग खरीदना चाहिए।
सवाल: लोन का क्या होगा?जवाब: पेटीएम से लोन लेने वालों को अपना पेमेंट जारी रखना होगा, क्योंकि ये लोन तीसरे पक्ष के लेंडर्स द्वारा दिए गए हैं। किस्त चुकाने में चूक या किसी भी देरी से उनके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ेगा। वहीं, लोन चुकाने के लिए बैंक की ओर से कॉल या मैसेज आ सकता है।
सवाल: अब पेटीएम क्या करेगी?जवाब:
दरअसल, पेटीएम की प्रमोटर वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) एक पेमेंट कंपनी के रूप में अलग-अलग पेमेंट उत्पादों पर बैंकों (सिर्फ पेटीएम पेमेंट्स बैंक नहीं) के साथ काम करती है। अब पेटीएम ने बताया- प्रतिबंध से ओसीएल ने अन्य बैंकों के साथ काम करना शुरू कर दिया है। अब हम योजनाओं में तेजी लाएंगे और पूरी तरह से अन्य बैंक साझेदारों की ओर बढ़ेंगे। भविष्य में ओसीएल केवल अन्य बैंकों के साथ काम करेगा, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के साथ नहीं। इधर, विजय शेखर शर्मा ने CNBC TV18 को बताया कि हम अब सिर्फ थर्ड पार्टी बैंकों के साथ काम करेंगे।
सवाल: पेटीएम को कितने नुकसान की आशंका
जवाब:
पेटीएम पेमेंट्स बैंक की करीब सभी सेवाएं 29 फरवरी के बाद बंद करने के आरबीआई के आदेश से कंपनी के वार्षिक ऑपरेशनल प्रॉफिट पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने की आशंका है। पेटीएम ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया, इस कदम से कंपनी की वार्षिक टैक्स पूर्व आय पर 300-500 करोड़ रुपये का असर पड़ने की आशंका है। हालांकि, कंपनी को उम्मीद है कि वह अपनी मुनाफे में सुधार के पथ पर आगे बढ़ती रहेगी