उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 रद्द कराने की मांग बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक प्रतियोगी छात्रों ने जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। उधर, शाम को बघाड़ा डेलीगेसी में माइक मीटिंग का आयोजन किया गया और पेपर लीक मामले में आंदोलन की रणनीति तैयार की गई।
पेपर लीक मामले में समाजवादी छात्र सभा के बैनर तले प्रतियोगी छात्रों ने गुरुवार को इविवि छात्रसंघ भवन से कलक्ट्रेट तक जुलूस निकाला और जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन देकर परीक्षा निरस्त करते हुए पुनर्परीक्षा कराने की मांग की। अखिलेश गुप्ता ने कहा कि अगर आरओ/एआरओ और पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त नहीं की जाती तो छात्र सड़क पर उतरेंगे। छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष आदिल हमजा ने कहा डबल इंजन की सरकार ने नौजवानों की कमर तोड़ दी है। इस अवसर पर अजय यादव सम्राट, मो. सैफ, अरविंद सरोज, आशुतोष मौर्या, हरेंद्र यादव, नवनीत कुमार आदि मौजूद रहे।
आयोग अध्यक्ष के संपत्ति हो जांच : युवा मंच के बैनर तले गुरुवार को सोशल मीडिया पर अभियान चलाया गया। जिसमें सीएम के एक्स हैंडल पर पोस्ट कर आरओ/एआरओ पेपर लीक एवं लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं सचिव की संपत्ति की सीबीआई जांच कराने की मांग की गई। पत्थर गिरजाघर के पास रोजगार के मुद्दे पर पदाधिकारियों का धरना 73वें दिन भी जारी रहा। इस मौके पर राजेश सचान, अनिल सिंह, तेजेश सिंह, राम अचल राव, राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।