पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खातों में एक मार्च से जमा करने पर रोक



• पीपीवीएल से जुड़े वालेट और फास्टैग टाप-अप पर भी रोक लगाई गई

• आरवीआइ के फैसले का पेटीएम की यूपीआइ सेवाओं पर नहीं होगा असर

मुंबई, पेट्रः आरबीआइ ने बुधवार को कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल) 29 फरवरी के बाद यानी एक मार्च से अपने खातों में ग्राहकों से जमा स्वीकार नहीं कर सकेगा। इसके अलावा पीपीबीएल से जुड़े प्रीपेड इस्ट्रूमेंट्स, वालेट और फास्टैग टाप-अप पर भी रोक लगाई गई है। आरबीआइ ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के सिस्टम की व्यापक आडिट रिपोर्ट और बाहरी आडिटरों की अनुपालन सत्यापन रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई की है। आरबीआइ की इस कार्रवाई पर पीपीबीएल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।


आरबीआइ ने एक बयान में कहा कि पीपीबीएल एक मार्च से किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेट इंस्ट्रूमेंट, वालेट, फास्टैग, स्टैग, नेशनल कामने मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) आदि में कोई भी जमा, क्रेडिट लेनदेन या टापअप नहीं कर सकेगा। हालांकि, इनमें किसी भी प्रकार का ब्याज, कैशबैक या रिफंड जमा हो सकेगा। ग्राहक इनमें जमा अपनी राशि की निकासी या इसका इस्तेमाल बिना किसी प्रतिबंध कर सकेंगे। आरबीआइ के इस फैसले का पेटीएम की यूपीआइ सेवाओं पर कोई असर नहीं होगा। इसके अलावा आरबीआइ ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी बन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पीपीबीएल के नोडल खातों को भी समाप्त कर दिया है। इससे पहले मार्च 2022 में आरबीआइ ने तुरंत प्रभाव से पीपीबीएल को नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगा दी थी। पीपीबीएल में वन 97 कम्युनिकेशंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी हैं, लेकिन पीपीबीएल को वन97 कम्युनिकेशंस की सब्सिडियरी के बजाए एसोसिएट कंपनी के रूप में वर्गीकृत किया गया है।