मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवचयनित अभ्यर्थियों से अपील की कि वे ईमानदारी पूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए प्रदेश और देश के विकास पर अपना फोकस रखें। साथ ही गरीबों के प्रति संवेदनशील व्यवहार के साथ ही जवाबदेही व जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने के लिए कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने रविवार को विभिन्न विभागों में चयनित युवाओं को लोकसभवन में नियुक्ति प्रमाणपत्र बांट रहे थे। उन्होंने कहा कि आपको बिना भेदभाव के नियुक्ति पत्र प्राप्त हुआ है तो इसी भाव के साथ आप राज्य के विकास में योगदान दें। आप समय से कार्यालय पहुंचे, समय से कार्यों को पूरा करें। अक्सर टालमटोल के कारण कार्य का ढेर जमा हो जाता है और समय पर पूरा नहीं होता। धीरे- धीरे पूरी कार्यप्रणाली ट्रैक से उतरने लगती है। ऐसे लोगों को बाद में अनुशासनात्मक कार्रवाई भी झेलनी पड़ती है।
सीएम ने सौंपा नियुक्ति पत्र सिंचाई विभाग में अवर अभियंता पद पर लखनऊ के शुभम वर्मा, हरदोई की अनीता राजपूत को आवास विकास परिषद् में अवर अभियंता पद पर अमर वर्मा और मैनपुरी की कामिनी कमल को, आयुष विभाग में आयुर्वेद चिकित्साधिकारी पद पर डॉ. विजया लक्ष्मी, डॉ. रेनू यादव को, दंत चकित्सक अनिमेष त्रिपाठी और डॉ आशुतोष श्रीवास्तव, समीक्षा अधिकारी सचिवालय प्रशासन में पंकज कुमार, प्रशासनिक सुधार विभाग में निरीक्षक पद पर प्रशांत श्रीवास्तव, पॉवर कॉपोरेशन में टेक्नीशियन इलेक्ट्रिकल पद पर नीलम गौतम और हर्षित सिंह चौहान, गृह विभाग में सहायक अभियोजन अधिकारी ऋचा सोनकर और अनुज तिवारी को अपने हाथों नियुक्ति पत्र प्रदान किया।
इन विभागों में इतने पदों पर चयनित हुए अभ्यर्थी कुल 1782 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया है। इसमें पावर कॉरपोरेशन में 852, दंत चिकित्सक के लिए 141, आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के लिए 391, समीक्षा अधिकारी हिंदी-उर्दू के लिए 14, सहायक अभियोजन अधिकारी (गृह विभाग) के लिए 42, अवर अभियंता (आवास विभाग) के लिए 123, अवर अभियंता (सिंचाई विभाग) के लिए 210 निरीक्षक (राजकीय कार्यालय निरीक्षणालय, प्रयागराज) के लिए 9 पदों पर अभ्यर्थियों का चयन हुआ है।
माता-पिता का संघर्ष और मुख्यमंत्री की महिला सशक्तिकरण की मुहिम मेरी प्रेरणा का स्रोत बनी। मेरा प्रयास होगा कि मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए कर्तव्य का निर्वहन निष्ठा, लगन व ईमानदारी से कर सकूं। ऋचा सोनकर, सहायक अभियोजन अधिकारी
पिता के देहांत के बाद मां के अथक परिश्रम के कारण यहां पहुंच सकी हूं। परिवार की पहली सदस्य हूं, जो सरकारी सेवा में जा रही हूं। सीएम की जन हितकारी नीतियों के कारण निष्पक्षता व पारदर्शिता से परीक्षा का आयोजन हुआ।
डॉ. रेनू यादव, आयुर्वेद डॉक्टर
जिस समयबद्ध व पारदर्शी तरीके से यह चयन प्रक्रिया संपन्न हुई है, वह केवल सीएम योगी के अथक प्रयासों से हो पाया है। हम सभी दंत चिकित्सक आश्वासन देते हैं कि पीएम व सीएम के कर्तव्य परायण व कर्मठ चरित्र का अनुसरण करते हुए पूरी क्षमता व निष्ठा से काम करेंगे। डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, दंत चिकित्सक