लखनऊ। बेसिक के विद्यालयों में छात्रों की रियल टाइम अटेंडेंस को लेकर अब सख्ती की जाएगी। सोमवार से उपस्थिति की सूचना हर हाल में शत-प्रतिशत ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने पर राज्य परियोजना निदेशालय ने बीएसए, बीईओ आदि अधिकारियों को कार्यवाही की चेतावनी दी है।
शासन ने पिछले काफी दिनों से परिषदीय विद्यालयों में एक दर्जन रजिस्टर डिजिटल करने की कवायद शुरू की थी। किंतु शिक्षकों के विरोध और टैबलेट के संचालन न होने के कारण यह प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। कुछ जगह पर दो-चार फीसदी ही टैबलेट का संचालन हो रहा है। इस बीच शासन ने पिछले महीने छात्रों की सुबह के समय रियल टाइम अटेंडेंस लगाने व दोपहर में मध्याह्न भोजन की सूचना अपडेट करने का निर्देश दिया। इसमें भी शिक्षकों ने बहुत रुचि नहीं ली। इस पर संबंधित अधिकारियों से शासन ने नाराजगी व्यक्त की है।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने सभी बीएसए, बीईओ, डीसीटी, डीसी आदि को निर्देश दिया है कि 26 फरवरी से दोनों ही डिजिटल पंजिकाओं (छात्र उपस्थिति पंजिका व मध्याह्न भोजन पंजिका) का शत-प्रतिशत प्रयोग किया जाए। ऐसा न करने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। 26 फरवरी को ही स्कूल बंद होने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने सभी बीएसए, बीईओ, डीसीटी, डीसी आदि को निर्देश दिया है कि 26 फरवरी से दोनों ही डिजिटल पंजिकाओं (छात्र उपस्थिति पंजिका व मध्याह्न भोजन पंजिका) का शत-प्रतिशत प्रयोग किया जाए। ऐसा न करने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। 26 फरवरी को ही स्कूल बंद होने के बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।