दिव्यांग छात्र छात्राओं को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए दिया प्रशिक्षण

बिजनौर,  जमालपुर पठानी, उत्तर प्रदेश: समग्र शिक्षा परियोजना उत्तर प्रदेश योजना (समेकित शिक्षा) के अंतर्गत, परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करने और उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 5 दिवसीय नोडल शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन बीआरसी जमालपुर पठानी में किया गया।



बुधवार को यह प्रशिक्षण बीएसए जयकरन यादव के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रभात कुमार, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा लियाकत अली की देखरेख में आयोजित किया गया।


प्रशिक्षण कार्यक्रम में होम बेस्ड एजुकेशन, विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की सुगमता का सर्वेक्षण, समावेशी शिक्षा में आईसीटी का उपयोग, डिसेबिलिटी निदानात्मक शिक्षण, कक्षा कक्ष प्रबंधन, पाठ सहगामी क्रियाएं, समावेशी शिक्षा की अद्यतन प्रविधियां, और समावेशी शिक्षा से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।


कार्यक्रम में लगभग 90 नोडल शिक्षकों को कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। संदर्भ दाता, मानसिक मंदता के विशेषज्ञ और विशेष शिक्षक मुजफ्फर अली द्वारा मानसिक मंद दिव्यांग बच्चों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया गया ताकि वे विद्यालयों में आसानी से शिक्षण प्रशिक्षण ग्रहण कर सकें।


प्रमुख बिंदु:


5 दिवसीय नोडल शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम

समग्र शिक्षा परियोजना उत्तर प्रदेश योजना (समेकित शिक्षा) के अंतर्गत

दिव्यांग छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करने और उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए

होम बेस्ड एजुकेशन, विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की सुगमता का सर्वेक्षण, समावेशी शिक्षा में आईसीटी का उपयोग, डिसेबिलिटी निदानात्मक शिक्षण, कक्षा कक्ष प्रबंधन, पाठ सहगामी क्रियाएं, समावेशी शिक्षा की अद्यतन प्रविधियां, आदि विषयों पर प्रशिक्षण

लगभग 90 नोडल शिक्षकों को प्रशिक्षण

मानसिक मंद दिव्यांग बच्चों के बारे में जानकारी

सरकारी योजनाओं की जानकारी

उद्देश्य:


दिव्यांग छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा प्रदान करना

उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना

उनके शिक्षा ग्रहण करने में आने वाली बाधाओं को दूर करना

उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना