औचक निरीक्षण में कहीं लटका मिला ताला, कहीं शिक्षक चलाते मिले मोबाइल


उरई। झांसी मंडल के अपर निदेशक बेसिक शिक्षा अरुण कुमार ने शनिवार को कोंच ब्लॉक के पांच विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया।



उन्हें कहीं ताला लटकता मिला तो कहीं शिक्षक मोबाइल चलाते मिले। बच्चों की भी उपस्थिति कम मिली। इस पर उन्होंने कई शिक्षकों को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही कई शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की।
अपर निदेशक कोंच ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल बालियान का सुबह 10 बजकर पांच मिनट पर निरीक्षण किया गया। यहां विद्यालय में ताला लगा था और बच्चे गेट पर खड़े थे। इस पर सभी स्टाफ पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर इसी गांव के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण भी किया गया। इसमें एक कक्ष का ताला बंद था और दूसरे कक्ष में सिर्फ चार बच्चे बैठे थे।

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाहर घूम रहे थे। इस पर प्रधानाध्यापिका सीमा गुप्ता, शिक्षिका अर्चना गुप्ता, अनुदेशक सौरभ द्विवेदी व साधना द्विवेदी गैरहाजिर थीं। स्कूल की स्थिति भी ठीक नहीं थी। इस पर प्रधानाध्यापिका को निलंबित करने के साथ ही अन्य स्टाफ पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए।
इसके बाद 10.40 बजे प्राइमरी स्कूल बिरगुआ बुजुर्ग का निरीक्षण किया गया। यहां दो शिक्षक मौजूद थे। पंजीकृत 76 बच्चों में 25 ही मौजूद थे। विद्यालय की रंगाई-पुताई नहीं कराई गई थी। टाइल्स भी नहीं लगे थे। बच्चे मैदान में थे और शिक्षक मोबाइल चला रहे थे। अंग्रेजी माध्यम के इस स्कूल में कक्षा पांच की छात्रा हिंदी व अंग्रेजी में नाम नहीं लिख पाई। इस पर दोनों शिक्षकों का वेतन रोककर शिक्षण कार्य दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
10.50 बजे पूर्व माध्यमिक विद्यालय बिरगुआ बुजुर्ग में एक कमरे में दो छात्र बैठेे थे। रसोईघर बंद था। रसोइया गैरहाजिर थी। मिडडे मील और बच्चों की उपस्थिति पर सभी स्टाफ पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद 12 बजकर पांच मिनट पर कंपोजिट विद्यालय बसरेही में नामांकित 92 बच्चों में 26 ही मौजूद मिले। शिक्षक देवेश शर्मा मोबाइल पर बात करने में व्यस्त थे। कक्षा पांच की छात्रा हिंदी के कई शब्द नहीं लिख पाई। शिवपाल सिंह 25 जनवरी से गैरहाजिर थे। इस पर शिक्षक देवेश शर्मा और संजय निरंजन पर कार्रवाई के निर्देश दिए।