विधानसभा में मंगलवार को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने प्रश्नकाल में कहा है कि विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत आउट सोर्सिंग या संविदा कर्मचारियों को स्थायी करने की कोई योजना नहीं है। प्रश्नकाल में सपा के डा. संग्राम यादव और डा. ह्रदय नारायण सिंह पटेल ने सवाल किया कि क्या सरकार आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के साथ ही संविदा कर्मियों को स्थाई किया जाएगा।
खन्ना ने जवाब देते हुए कहा कि शासन ने इस संबंध में सख्त शासनादेश किया हुआ है। कोई भी कंपनी एक बार चयनित कर्मचारी को निकाल नहीं सकती है। दूसरी ओर बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षकों को कैशलेस इंश्योरेंस देने पर विचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने के लिए कमेटी गठित की गई है। फिलहाल, शिक्षकों की भर्ती की कोई योजना नहीं है।