सलेमपुर। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में शनिवार को बीआरसी लार में शिक्षकों की बैठक हुई। इसमें आगे की रणनीति बनाई गई।
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. गोविंद मिश्रा ने विद्यालयों में ऑनलाइन उपस्थिति शुरू करने के नाम पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि शासन स्तर से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के आदेश कर दिए हैं। शिक्षकों पर अपनी आईडी पर सिमकार्ड खरीदकर रिचार्ज कराने का दबाव बनाया जा रहा है। बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने से बाल अधिकार अधिनियम का उल्लंघन हो सकता है। इसके लिए भी शिक्षकों को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या होने के कारण शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
महामंत्री राजकपूर ने कहा कि प्रदेश में आठ साल से शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हुई है और 15 वर्षों से वेतन की विसंगति को दूर नहीं किया गया है। उन्होंने समस्याओं का समाधान न होने तक आदेश का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। उन्होंने निजी मोबाइल में अपलोड कराए गए विभाग के सभी एप को अनइंस्टॉल करने की चेतावनी दी।
बैठक में शिक्षकों ने प्राथमिक शिक्षक संघ की सदस्यता ली। संगठन के उपाध्यक्ष अरुण तिवारी ने सभी शिक्षकों को संगठन का शैक्षणिक कैलेंडर दिया।
इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष अरुण तिवारी, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, अफरोज, नंद लाल, संतोष ठाकुर, सीमा गुप्ता, प्रमिला पांडेय, अंबुज तिवारी, प्रियांशु तिवारी, कन्हैया पांडेय, अभय मिश्रा, देवेंद्र आदि मौजूद रहे।