सीटीईटी : दूसरे की जगह पेपर देते हुए दो गिरफ्तार
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) में भी सॉल्वर गैंग की सक्रियता रही। सेटिंग करके दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए दो सॉल्वर बॉयोमीट्रिक जांच में पकड़े गए। इनमें एक के खिलाफ सिविल लाइंस तो दूसरे के खिलाफ नैनी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। वहीं दोनों अभ्यर्थियों को पुलिस ने वांटेड किया है।
सिविल लाइंस पुलिस ने बताया कि रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज में केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा में शंकरगढ़ के रोहित केसरवानी की जगह कोरांव का अभिषेक कुमार पटेल पेपर देने पहुंचा था। उसने रोहित के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया था। परीक्षा के दौरान बॉयोमीट्रिक जांच की गई तो मैच नहीं हुआ। इसके बाद उसकी फिर से पूरी जांच कराई गई। इस दौरान अभिषेक का फर्जीवाड़ा सामने आया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। सिविल लाइंस पुलिस ने अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया। अभिषेक और रोहित दोनों के खिलाफ परीक्षा अधिनियम व फर्जीवाड़ा की धारा में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। शुरुआती पूछताछ में पकड़े गए अभिषेक ने कहा कि उसकी कोचिंग की फीस में रोहित ने आर्थिक मदद की थी। एहसान चुकाने के लिए वह परीक्षा देने आया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि सर्विलांस की मदद से जांच की जाएगी।
वहीं दूसरी ओर सेमस्टार ग्लोबल स्कूल नैनी में आजमगढ़ निवासी विवेक कुमार बॉयोमीट्रिक जांच में पकड़ा गया। वह जौनपुर के रणविजय सिंह की परीक्षा देने पहुंचा था। परीक्षा शुरू हो चुकी थी। इस दौरान सत्यापन के लिए जांच टीम के चन्दन भारद्वाज ने विवेक का बॉयोमीट्रिक मिलान न होने पर शक के आधार पर पकड़ लिया।
पूछताछ में उसने स्वीकारा कि वह रणविजय की जगह परीक्षा देने पहुंचा था। इस दौरान कॉलेज के बाहर से रणविजय फरार हो गया। नैनी पुलिस मुकदमा दर्ज करके रणविजय की तलाश कर रही है। इससे पूर्व एपीएस की परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करते हुए दो अभ्यर्थी पकड़े गए थे।
136 केंद्रों पर 85 ने दी परीक्षा
प्रयागराज, । केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) जिले के 136 केंद्रों पर रविवार को दो पालियों में कराई गई। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित परीक्षा के लिए तकरीबन 78 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत थे और इनमें से लगभग 85 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए। सुबह 9:30 से 12 और दो से 4:30 बजे की पाली में आयोजित परीक्षा में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए केंद्रों पर पहली बार अभ्यर्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी लगाई गई।
केसर विद्यापीठ इंटर कॉलेज में प्रथम पाली में परीक्षा देने वाली लेखराजपुर झूंसी की छात्रा प्रियाश्री के अनुसार पेपर सरल रहा। कई प्रश्न पिछले सालों के पेपर से रिपीट थे। कुछ प्रश्न ही कठिन थे। बाल विकास का पेपर औसत रहा न बहुत आसान और न ही बहुत कठिन। वहीं परीक्षा देकर निकले अनिल ने भी पेपर को औसत बताया। ईश्वर शरण इंटर कॉलेज में पहली पाली में 500 अभ्यर्थियों में से 25 गैरहाजिर रहे। केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट में पहली पाली में 600 में से 513 बच्चे उपस्थित थे और 87 अनुपस्थित रहे।