यूपी बोर्ड की 22 फरवरी से प्रस्तावित हाईस्कूल-इंटरमीडिएट परीक्षा से पहले केंद्रों पर आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई है। शिक्षा विभाग के 75 वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी गई है। नकलविहीन एवं पारदर्शी बोर्ड परीक्षा के लिए जिलों में निर्धारित केंद्रों का 10 फरवरी तक भौतिक निरीक्षक करते हुए रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।
परीक्षा केंद्रों में प्रश्नपत्रों के समुचित रख-रखाव के लिए स्ट्रांग रूम की 24 घंटे सातों दिन निगरानी की जानी है। खासतौर से निगरानी के लिए नाइटविजन वाले हाई रिजाल्यूशन के वायस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे लगे होने तथा उनके क्रियाशील होने की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों में आवश्यक भौतिक संसाधनों और फर्नीचर आदि की उपलब्धता आदि की भी जांच करने को कहा गया है। सभी अधिकारियों को जिले के प्रत्येक विकास खंड में न्यूनतम तीन परीक्षा केंद्रों (एक राजकीय, एक अशासकीय सहायता प्राप्त एवं एक वित्त विहीन) का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही पर्याप्त टीमें गठित कर अपने नेतृत्व में समस्त परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया जाना सुनिश्चित करेंगे। भौतिक निरीक्षण के समय परीक्षा केन्द्र में किसी प्रकार की कमी मिलने पर जिलाधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक से समन्वय स्थापित कर दस फरवरी तक उसे ठीक कराते हुए रिपोर्ट देनी है।आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान के प्राचार्य स्कंद शुक्ल को प्रयागराज, शिक्षा निदेशालय में उप शिक्षा निदेशक अर्थ राजेन्द्र प्रताप को कौशाम्बी व सहायक शिक्षा निदेशक प्राइमरी अशोक कुमार गुप्ता को प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी दी गई है।