देश की बेटियां आगे बढ़ना चाहती हैं, वे पढ़ना चाहती हैं। उनकी यह ललक गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ की परेड हो या फिर शिक्षा मंत्रालय की और से उच्च शिक्षा को लेकर जारी अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2021-22 की रिपोर्ट, हर जगह साफ दिखने को मिली। उच्च शिक्षा में उनके बढ़े नामांकन ने सभी को चौंकाया है। यह वर्ष 2014- 15 के मुकाबले 32 प्रतिशत से ज्यादा है। यानी मोदी सरकार के आठ वर्षों में उच्च शिक्षा में बेटियों के पढ़ने की संख्या बढ़ी है। 2021-22 में उच्च शिक्षा के लिए 2.07 करोड़ बेटियों ने दाखिला लिया था, जबकि 2014-15 में यह संख्या 1.57 करोड़ ही थी।
उच्च शिक्षा के सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) में भी बड़ा बदलाव दिखा है। सर्वेक्षण में वर्ष 2021-22 का जीईआर जहाँ 28.4 प्रतिशत हो गया है, जबकि 2014-15 में यह 23.7 प्रतिशत था। वहीं, 2021-22 में उच्च शिक्षा में बेटियां की जीईआर बढ़कर 28.5 हो गया है, जो राष्ट्रीय जीईआर से भी अधिक हो गया है। बेटियां का यह जीईआर वर्ष 2014-15 में 22.9 प्रतिशत ही था, जो राष्ट्रीय जीईआर से कम था।
पीएचडी (शोध) में दाखिला लेने को लेकर भी जबरदस्त उत्साह दिखायाः इतना ही नहीं, बेटियों ने पीएचडी (शोध) जैसे कोर्सों में दाखिला लेने को लेकर भी जबरदस्त उत्साह दिखाया है। जो 2014 15 के मुकाबले दोगुना हो गया है। वर्ष 2014-15 में पीएचडी के लिए जहां 47 हजार बेटियों ने नामांकन कराया था, वहीं 2021-22 में यह संख्या बढ़कर 99 लाख हो गई है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने उच्च शिक्षा को लेकर अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2021-22 गुरुवार की देर रात जारी किया है।
राज्यों में उप्र व शहरों में बेंगलुरु में सबसे अधिक कालेज
अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण 2021-22 के मुताबिक, देश में सबसे अधिक कालेज उत्तर प्रदेश में हैं, इनकी संख्या 8,375 है, जबकि कालेजों की संख्या में दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र (4,692 कालेज), तीसरे नंबर पर कर्नाटक (4,430 कालेज), चौथे स्थान पर राजस्थान (3,934 कालेज), पांचवें पर तमिलनाडु (2,829 कालेज), छठे पर मध्य प्रदेश (2,702), सातवें पर आंध्र प्रदेश (2,602 कालेज), आठवें पर गुजरात (2,395 कालेज), नौवें पर तेलंगाना (2,083) और दसवें पर बंगाल ( 1,514 कालेज) है। देश के ऐसे शहर जहां सबसे अधिक कालेज हैं, उनमें बेंगलुरु शहरी में सबसे अधिक 1,106 कालेज हैं, जबकि जयपुर शहर में 703 कालेज, हैदराबाद में 491 कालेज, पुणे में 475 कालेज, प्रयागराज में 398 कालेज, रंगारेड्डी में 349 कालेज, भोपाल में 344 कालेज, गाजीपुर में 333 कालेज, सीकर में 330 कालेज और नागपुर में 326 कालेज हैं