मकर संक्रांति का त्योहार आते ही यूपी में भयंकर ठंड पड़ने लगी है। शीतलहर के बीच चल रही हवा लोगों की कंपकंपी छुड़ा रही है। कई जिलों में तापमान न्यूनतम 5 तक चला गया है। यहां तक की सर्दी को लेकर मौसम विभाग ने भी रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
ऐसे में सर्दी और शीतलहर को देखते हुए यूपी के कई जिलों के स्कूलों की छुट्टियां आगे बढ़ा दी गई हैं। डीएम के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षकों ने पत्र जारी कर स्कूल बंद करने का आदेश दे दिया है।
लखनऊ डीएम सूर्य पाल गंगवार ने शीतलहर और ठंड को देखते हुए आदेश दिया कि कक्षा 8 तक के सभी सरकारी, गैर सरकारी, प्राइवेट स्कूल 16 जनवरी तक बंद रहेंगे। वहीं 9वीं से 12वीं तक के स्कूलों का संचालन ऑनलाइन माध्यम से कराया जाए। साथ ही जिस स्कूलों की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं उनका समय 10 बजे से तीन बजे के बीच ही रखा जाए। इधर, मुरादाबाद और रामपुर में भी भीषण ठंड को देखते हुए अब कक्षा एक से आठवीं तक के सभी बोर्ड के स्कूलों छुट्टी की 20 जनवरी तक बढ़ा दी हैं। इससे पहले 15 जनवरी तक ही अवकाश था। हालांकि नौवीं से स्कूल खुलेंगे। डीएम के निर्देश पर जिला विद्यालय निरीक्षक अरुण दुबे ने सभी स्कूलों को पत्र जारी कर दिया है।
उन्होंने बताया कि यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएसई, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा परिषद से संचालित जनपद की समस्त शिक्षण संस्थाओं में कक्षा एक से आठवीं तक बीस जनवरी तक अवकाश रहेगा। इससे ऊपर सभी कक्षाएं संचालित रहेंगी। उक्त तिथियों में सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी विद्यालय में पूर्व निर्धारित समय के अनुसार उपस्थित होंगे।
कानपुर, संभल, लखीमपुर में 17 तो आगरा में 20 तक बंद रहेंगे स्कूल
संभल, कानपुर और लखीमपुर खीरी तीनों जिलों में भीषण ठंड और कोहरे को देखते हुए 17 जनवरी तक सभी बोर्ड के स्कूल को बंद करने का आदेश दिया है। बता दें की लखीमपुर में 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे। उधर, आगरा डीएम ने पांचवीं क्लास तक का अवकाश 20 जनवरी तक कर दिया है।
बलरामपुर, मैनपुरी, बरेली में 16 तक बंद रहेंगे स्कूल
बलरामपुर, मैनपुरी और बरेली में पड़ रही अत्यधिक ठंड व शीतलहर को लेकर जिलाधिकारी ने 15 और 16 जनवरी को कक्षा एक से आठ तक की सभी कक्षाएं बंद रखने का निर्देश दिया है। डीएम ने कहा है कि ठंड के कारण बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है, इसलिए छुट्टी का निर्णय लिया गया है। छात्रों के अतिरिक्त विद्यालयों में कार्यरत कर्मियों व अध्यापकों की छुट्टी को लेकर विद्यालय प्रबंधन अपने स्तर से निर्णय लेगा। फिलहाल कक्षा एक से आठ कोई भी बच्चा 16 जनवरी तक स्कूल नहीं जाएगा। इस दौरान यदि कोई निजी विद्यालय का संचालक स्कूल खोलता है और बच्चे जाते हैं तो उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।