लखनऊ। प्रदेश में बेसिक विद्यालयों में शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों की रियल टाइम बायोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर सख्ती बढ़ रही है। शासन व निदेशालय की ओर से इसे लेकर बीएसए को सख्त निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद सीतापुर में चार व लखीमपुर खीरी में कुछ बीईओ का दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है। साथ ही डिजिटल पंजिकाओं को लेकर काम तेज करने को कहा गया है।
शासन की ओर से राजधानी लखनऊ समेत सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली, हरदोई व लखीमपुर खीरी में फेस रिकग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति समेत एक दर्जन रजिस्टर डिजिटल करने के निर्देश दिए गए हैं। दूसरी तरफ शिक्षकों ने बायोमेट्रिक आधारित उपस्थिति का विरोध शुरू कर दिया था। इसकी वजह से कुछ जिलों में तो टैबलेट खुले ही नहीं, जहां इसका प्रयोग किया गया, वह एक-दो फीसदी ही रहा है।
अब शासन ने इस पर सख्ती शुरू कर दी है। इसी के तहत सीतापुर के बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने चार खंड शिक्षा अधिकारियों का दिसंबर का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि शासन के निर्देश पर 12 रजिस्टर के रियल टाइम प्रयोग के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए यू-ट्यूब के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके बाद भी यहां डिजिटल पंजिकाओं, विशेषकर उपस्थिति पंजिका के प्रयोग की स्थिति काफी खराब मिली है।