लखनऊ, बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डा. शन्मुगा सुंदरम शुक्रवार को अचानक निरीक्षण के लिए उच्च प्राथमिक विद्यालय जियामऊ पंहुच गए। तकरीबन 11: 15 बजे निरीक्षण के लिए पंहुचे प्रमुख सचिव लगभग 12 बजे तक विद्यालय में रहे। जहां उन्होंने अनुपस्थित छात्रों को स्कूल लाने, बचे हुए छात्रों का डीबीटी भुगतान एवं सफाई के निर्देश दिए।
प्रमुख सचिव ने कक्षा दो विद्यार्थियों से किताब भी पढ़ाई और कई शब्दों का अर्थ भी पूछा। आकस्मिक निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव को विद्यालय में 133 विद्यार्थियों में से 76 बच्चे उपस्थित तथा 57 अनुपस्थित मिले। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि 48 छात्रों का डीबीटी के माध्यम से होने वाले भुगतान अब तक नहीं होने पर प्रमुख सचिव ने बेसिक शिक्षा निदेशक को तत्काल इस पर कार्यवाही कर 48 बच्चों के अभिभावकों को डीबीटी भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। वापस जाते हुए विद्यालय के बच्चों ने प्रमुख सचिव के साथ फोटो भी खिंचवाई।
प्रमुख सचिव ने सभी कक्षाओं में जाकर कक्षा एक से आठ तक पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत की। वहीं कक्षा दो में जब प्रमुख सचिव गए तो बच्चों की दक्षता परखने के लिए उन्होंने छात्रों से किताब पढ़ाई और कई बातों को अर्थ भी पूछा। कई बच्चों में मानक के अनुसार दक्षता मिली।
बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने उच्च प्राथमिक विद्यालय जियामऊ का औचक निरीक्षण किया तो सफाई नहीं मिली, शौचालयों में भी गंदगी
पांच शिक्षकों में दो ही मिले मिड डे मील भी चखा
निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव को मानकों के अनुरूप साफ-सफाई नहीं मिली। जिससे वो भड़क गए। यहां सप्ताह में सिर्फ एक या दो दिन ही साफ-सफाई हो रही थी। गंदगी मिलने पर प्रमुख सचिव ने नगर निगम अधिकारियों से बात की शौचालयों की प्रतिदिन साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। बता दें कि निरीक्षण में विद्यालय में तैनात पांच शिक्षकों (चार नियमित शिक्षक और एक शिक्षामित्र) में से एक नियमित शिक्षक और एक शिक्षामित्र मौके पर उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव ने बेहतर व्यवस्था के निर्देश दिए
दो शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर तथा एक सीसीएल बच्चे की देखभाल की छुट्टी पर थे। प्रमुख सचिव ने निरीक्षण के दौरान बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन का स्वाद चखा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन की बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये।