सिद्धार्थनगर। मुख्यालय के कम्पोजिट जूनियर हाईस्कूल तेतरी बाजार के लगभग 250 बच्चे पिछले दो सप्ताह से अधोषित अकाल से जूझ रहे है। विद्यालय के भोजनालय पर ताला लटक रहा है। पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था में वहां लगी टोटी नल विभाग की संवेदनाओं की तरह सूख चुके है।
मध्यान्ह भोजन के समय इक्का दुक्का बच्चें घर से टिफिन लेकर आते है उनको भोजन करते हुए देखते टुकुर टुकुर निहारती अन्य बच्चों की आखें हर पल व्यवस्था को कोसती दिखती है। उनके चेहरे अध् यापकों से सवाल करते है...!
लेकिन जबाब शून्य से आगे नहीं हैं। उनके चेहरे की मायूसी कुरकुरे चिप्स के खाली पैकटो में तक ही पहुच कर स्तब्ध हो जाती है। यही नहीं बच्चों को पेयजल के लिए मी रोज जूझना पड़ता है। यहां लगी पानी की टोटी शायद कभी पानी आता रहा हो। लेकिन अब बच्चों की उम्मीदो की तरह सूख चुका है।
भोजन, पेयजल के साथ ही स्वच्छता की हालत यहा औधे मुह लोट चुकी है। बालक और बालिकाओं के लिए बने शौचालय गंदगी से पट चुके है। दरवाजे से लेकर शौचालय की शीट तक पसरी गंदगी की संडान्क 1 बच्चों को बीमार कर सकती है।
बता दे कि इस कम्पोजिट विद्यालय में प्राथमिक खंड में दो पुरूष एवं पांच महिला अध्यापक है जबकि जूनियर खंड में 1 महिला ऊ यापक है। ऐसे में बच्चों के साथ आ गपको को इस समस्या से रोज जूझाना पड़ता है।
बच्चों से जब भोजन, पेयजल स्वच्छता को लेकर बात की गई तो बच्चों ने बताया कि लगभग दो सप्ताह से दोपहर में भोजन नहीं बन रहा है कुछ बच्चे घर खाना खाने जाते है कुछ घर से टिफिन लेकर आते हैं।
इसको लेकर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय से बात की गई तो उन्हाने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है। स्थानीय सभासद और प्रधानाचार्य के संयुक्त हस्ताक्षर से एमडीएम का खाता संचालित होता है। स्थानीय समासद पैसा निकालने को तैयार नहीं हैं। इस कारण यह हालात हुए है। बताया कि सभासद से बात की
जा रही है, जल्द ही इस समस्या का निराकरण करा दिया जायेगा। वही विद्यालय में गंदगी से पटे शौचालयो, पेयजल की खराब हालत को लेकर उन्हाने कहा कि जनपद में सभी विद्यालयो में साफ सफाई के निर्देश दिये गये है। इस विद्यालय जांच कर इस समस्या का समाधान कराता हूं।