लखनऊ। प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने अपनी तमाम योजनाओं के आवेदकों और लाभार्थियों से सीधे जुड़ने के लिए एक नयी पहल की है। निदेशालय में एक कॉल सेण्टर विकसित किया जा रहा है। इस सेण्टर में फोन पर न केवल आवेदकों और लाभार्थियों की शिकायतें सुनी जाएंगी बल्कि मौके पर उनका निस्तारण भी होगा। आवेदकों को योजनाओं का लाभ पाने के लिए आवेदन करने के बाबत औपचारिकताएं पूरी करने और सम्बंधित दस्तावेजों आदि के बारे में मार्गदर्शन भी दिया जाएगा।
अब इन योजनाओं के आवेदकों व लाभार्थियों को जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय से लेकर निदेशालय तक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने हिन्दुस्तान को यह जानकारी दी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि आगामी जनवरी माह में यह कॉल सेण्टर शुरू कर दिया जाएगा। इस वक्त कॉल सेण्टर संचालित करने के लिए कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही कॉल सेण्टर का नम्बर हासिल करने के लिए कार्यवाही जारी है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से कक्षा नौ और दस तथा कक्षा ग्यारह-बारह व ऊपर की कक्षाओं में अध्ययनरत अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के गरीब छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और फीस भरपाई देने की योजना चलायी जाती है।इस कॉल सेण्टर से न सिर्फ पेंशन व छात्रवृत्ति सम्बंधी शिकायतें सुनी जाएंगी बल्कि उनका निस्तारण भी करवाया जाएगा। इसके अलावा अशक्त और साधनहीन वृद्धजनों के घरों पर टीम भेजकर उनकी वृद्धावस्था पेंशन सम्बंधी दिक्कतें भी दूर की जाएंगी।
-असीम अरुण,समाज कल्याण राज्य मंत्री