, बदायूं : डायट परिसर स्थित आडिटोरियम में गुरुवार को शक्ति कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले उत्पीड़न को रोकने के तरीकों पर चर्चा की गई।
सीडीओ केशव कुमार ने कहा कि जिस कार्यालय में 10 से अधिक महिला स्टाफ है वहां आंतरिक परिवाद समिति का गठन करना अनिवार्य है। यदि किसी कार्यालय में किसी महिला के साथ उत्पीड़न होता है, तो वह कार्यालय में समिति के अध्यक्ष से शिकायत करेगी। यदि वहां भी सुनवाई नही होती है तो जिलाधिकारी कार्यालय या जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय में शिकायत कर सकती है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने कार्यशाला का उद्देश्य बताते हुए आंतरिक परिवाद समिति एवं स्थानीय परिवाद समिति के कार्यों को विस्तार से समझाया। कहा कि यदि किसी भी प्राइवेट या सरकारी कार्यालय में यही किसी महिला के साथ लैंगिक उत्पीड़न होता है तो उस कार्यालय में उपस्थित आंतरिक परिवाद समिति को उस विषय प्राथमिकता पर लेना होगा। एडीएम प्रशासन वीके सिंह, उपायुक्त मनरेगा रामसागर यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा, सहायक श्रमायुक्त अजीत कुमार कनौजिया आदि मौजूद रहे।