महराजगंज। बेसिक शिक्षा विभाग में पदोन्नति के लिए 731 शिक्षकों की सूची जारी की गई है। इसमें 357 शिक्षकों को प्राथमिक हेडमास्टर और 374 शिक्षकों को जूनियर स्कूल सहायक अध्यापक बनाया जाना है। जबकि प्राइमरी में पहले से ही 470 प्रधानाध्यापक सरप्लस हैं तो इसमें पदोन्नति की जरूरत ही नहीं है। जूनियर में सहायक के ज्यादा पद रिक्त हैं तो इसमें पदोन्नति होनी चाहिए। पदोन्नति में आरटीई मानक का ध्यान नहीं रखे जाने की बात शिक्षक कह रहे हैं, जबकि 2016 में आरटीई मानक के तहत शिक्षकों की पदोन्नति हुई थी।
प्राथमिक शिक्षक संघ जिला संयुक्त मंत्री अखिलेश पाठक ने बताया कि जनवरी 2023 में निदेशालय द्वारा सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों से रिक्त पदों की सूची मांगी गई थी। तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से 24 जनवरी 2023 को निदेशालय को जो सूचना उपलब्ध कराई गई है, उसके अनुसार प्राथमिक में 470 हेडमास्टर सरप्लस है और जूनियर स्कूलों में सहायक अध्यापक के 2832 पद रिक्त हैं। अब बताया जा रहा कि रिक्त पदों का निर्धारण वर्ष 2011 के पद सृजन के आधार पर किया जा रहा है। यह ठीक नहीं है।
वर्तमान समय में रिक्त पदों का निर्धारण कार्यरत शिक्षक एवं छात्र संख्या के अनुपात में किया जाना चाहिए। हाल में जारी पदोन्नति के लिए 731 शिक्षकों की सूची 2011 में सृजित पदों के आधार पर निर्धारित की गई है, ऐसे में जब वर्तमान में 470 हेडमास्टर सरप्लस और 357 शिक्षकों को प्राथमिक का हेडमास्टर बनाया जाना है, तो जिले में 827 प्राथमिक हेडमास्टर सरप्लस हो जाएंगे। इससे पूर्व 2016 में पदोन्नति हुई है।
आरटीई (शिक्षा का अधिकार) मानक से शिक्षकों की नियुक्ति और समायोजन होता है। वर्तमान में जिले में करीब ढाई लाख बच्चे परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत हैं। 2011 के बाद 29 वनटागियां स्कूल सहित कई प्राथमिक स्कूलों का निर्माण भी हुआ है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार गुप्ता ने बताया कि नियम के अनुसार ही पदोन्नति की गई है।
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2011 के पद सृजन पर एक नजर
-प्राथमिक हेडमास्टर -996
-जूनियर सहायक अध्यापक -1312
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2011 के आधार पर वर्तमान में कार्यरत
प्राथमिक हेडमास्टर- 639
जूनियर सहायक अध्यापक-938