सीतापुर : प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है। कितने पदों पर शिक्षकों को पदोन्नति मिलेगी, रिक्त पदों के सापेक्ष कितने पद भरे जाएंगे। वेटिंग वालों को मौका मिलेगा या नही, इसको लेकर शिक्षकों में असमंजस है। इतना ही नहीं, दिसंबर माह में पदोन्नति हो पाएगी या नहीं, इस पर अभी तक संशय के बादल छाए हैं। शासन ने ज्येष्ठता सूची को अंतिम रूप देकर 16 दिसंबर तक पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, जिले भर में 3512 परिषदीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में लगभग 2400 रिक्त पदों
पर शिक्षकों की पदोन्नति होनी है। वहीं ज्येष्ठता सूची में करीब 4500 शिक्षक हैं। रिक्त पदों के सापेक्ष 50 फीसद पदोन्नति होगी या 100 फीसद, इस पर भी संशय बना है। प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की मानें तो वेटिंग वालों को मौका दिया जाएगा या नहीं, इसके लिए शासन से नए निर्देश नहीं आए हैं। पदोन्नति छोड़ने वालों को पहले एक पदोन्नति छोड़कर
दूसरी पदोन्नति में मौका मिलता था। पदोन्नति छोड़ी तो फिर आगे मौका मिलेगा या नहीं, इसकी भी तस्वीर साफ नहीं है। पदोन्नति छोड़ने वालों को पहले चयन वेतनमान समय पर मिलता था। इसको लेकर भी नया निर्देश अभी तक नहीं आया है।
इतना ही नहीं, पदोन्नति के बाद शिक्षकों को विद्यालय कैसे आवंटन होंगे, आनलाइन पोर्टल की व्यवस्था रहेगी या रोस्टर प्रणाली, इस पर भी शिक्षक कयास लगा रहे हैं। इसमें उन विद्यालयों में शिक्षकों को तैनात किया जाएगा, जहां शिक्षकों की कमी है। इस पर वीडियो कांफ्रेसिंग में चर्चा तो नहीं हुई, शासन के निर्देशों का इंतजार हो रहा है।
शिक्षकों की जो ज्येष्ठता सूची तैयार है, रिक्त पदों पर 100 फीसद पदोन्नति कर दी जाए। पदोन्नति में बार-बार नियमों का अवरोध डालकर बाधित न किया जाए।
रवींद्र दीक्षित, जिलाध्यक्ष, प्राथमिक शिक्षक संघ
ज्येष्ठता सूची अभी फाइनल नहीं है। समिति की बैठक तक तस्वीर साफ होगी। शत प्रतिशत रिक्त पदों पर पदोन्नति होगी। पदोन्नति छोड़ने, चयन वेतनमान, वेटिंग वालों के लिए नया निर्देश नहीं है। शासन के निर्देशों के तहत ही पदोन्नति प्रक्रिया व विद्यालय आवंटन होगा।
- अखिलेश प्रताप सिंह, वेसिक शिक्षा
अधिकारी।