शामली। जनपद में वर्ष 2015 के बाद शिक्षकों की पदोन्नति तक नहीं हो सकी है। यहां करीब 950 शिक्षक पदोन्नति की लाइन में लगे है और यहां सीट तीन सौ के करीब हैं। ऐसे में 650 शिक्षक पदोन्नति से वंचित रह जाएंगे।
जनपद मेें 596 परिषदीय, उच्च प्राथमिक व कंपोजिट स्कूल है और इनमें करीब 2700 शिक्षकों की तैनाती हैं। इनमें 950 ऐसे शिक्षक हैं, जो वर्षों से पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। शामली में वर्ष 2015 के बाद किसी भी शिक्षक को पदोन्नति का लाभ नहीं मिला है और 950 शिक्षक पदोन्नति की सूची में खड़े हैं। अब शासन के पदोन्नति का लाभ देने के लिए 16 दिसंबर तक सूची अपलोड करने के आदेश दिए हैं। शिक्षा विभाग ने सीट के अनुसार शिक्षकों को पदोन्नति करने की फाइल पूर्व में भी भेजी जा चुकी है ताकि शिक्षकों को इसका लाभ मिल सके। मगर फाइल शासन में अटकी हुई है, जिससे अभी तक लाभ नहीं मिल पाया है। बीएसए कोमल का कहना है कि शिक्षकों का डाटा फीड कर दिया गया है और शासन से मुहर लगने के बाद शिक्षकों को लाभ दिया जाएगा।
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2015 के बाद नहीं हुई पदोन्नति : शिक्षक सुनील चौधरी ने बताया कि उनका पदोन्नति की सूची में 241वां नंबर है और वर्ष 2015 के बाद पदोन्नति तक नहीं हुई है। उनकी काउंसलिंग भी हो चुकी है।
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पता नहीं उनका भी सूची में आएगा क्या
शिक्षक विकास राठी ने बताया कि वह भी पदोन्नति की लाइन में है, लेकिन सीट कम होने के कारण उनका नंबर आना मुश्किल है। पदोन्नति देने में शासन से लापरवाही बरती जा रही है और शिक्षकों को उनका हक तक नहीं दिया जा रहा है।