मिर्जापुर। जिले के 2668 आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को अब शीघ्र ही ताजा बना हुआ गर्म भोजन उपलब्ध होगा। इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। नवंबर के अंत तक इसकी शुरुआत होने की संभावना है। इसके लिए बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
जिले में 1936 आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जो किसी न किसी परिषदीय विद्यालय से 200 मीटर की दूरी पर स्थित हैं। इन केंद्रों के बच्चों के लिए भोजन अब संबंधित परिषदीय विद्यालयों में ही बनाए जाने की तैयारी चल रही है। हालांकि यहां चुनौती विद्यालयों में बने भोजन को केंद्रों तक लाने व उसके बाद बच्चों को वितरित करने की हो सकती है। इसके अतिरिक्त शेष 732 केंद्रों में नए सिरे से सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है।
इन केंद्रों पर भोजन बनाने के लिए बर्तन, सिलिंडर के अलावा अन्य व्यवस्था भी करनी होगी। इसके लिए जिम्मेदारों को नवंबर माह के अंत तक का समय दिया गया है। संयुक्त मजिस्ट्रेट व प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी आलोक प्रसाद ने बताया कि इसकी तैयारियां की जा रही हैं। नवंबर अंत तक सभी तैयारियाें को अंतिम रूप दे दिया जाएगा, ताकि जब भी निर्देश आए, तत्काल भोजन बनवाया जा सके।
जिले में सबसे अधिक 359 आंगनबाड़ी केंद्र नरायनपुर विकास खंड में हैं। इसके अतिरिक्त शहर क्षेत्र में 259, सिटी ब्लॉक में 200, जमालपुर में 315, छानबे में 270, मड़िहान में 136, लालगंज में 125, कोन में 140, पहाड़ी में 144, सीखड़ में 110, मझवां में 163, हलिया में 204 व राजगढ़ में 243 समेत जिले में कुल 2668 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 54000 बच्चे पंजीकृत हैं।
आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों के लिए हॉट कुक्ड की जिम्मेदारी परिषदीय स्कूलों में तैनात रसोइयों को दी जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्र के नजदीक जो भी परिषदीय विद्यालय होंगे, वहां तैनात रसोइयां बच्चों के लिए मीनू के अनुसार गरम भोजन तैयार करेंगी। इसके लिए उन्हें अलग से मानदेय दिया जाएगा। राशन गांव के कोटे की दुकान से प्राप्त होगा। सब्जी, तेल, मसाला और गैस सिलिंडर आदि की व्यवस्था के लिए शासन की ओर से अलग से धन उपलब्ध कराया जाएगा।