औरैया। बेसिक शिक्षा विभाग में विभागीय कर्मचारियों के ताने बाने की बिगड़ी व्यवस्था नौनिहालों को संवारने में रोड़ा बनती है। इसकी एक बानगी मंगलवार को शुरू हुई अर्द्धवार्षिक परीक्षा में फिर से सामने आई। अव्यवस्थाओं के बीच परीक्षा को शुरू हुई तो कहीं देर से स्कूल खुले तो कहीं अगल-बगल बच्चों को बैठाकर परीक्षा कराई गई।
मंगलवार को जिले के 1265 परिषदीय स्कूलों में अर्ध वार्षिक परीक्षा शुरू कराई गई। दो पालियों में परीक्षा कराने के निर्देश थे। पहली पाली में गणित व हिंदी जबकि दूसरी पाली में संस्कृत की परीक्षा हुई। कक्षा-1 के बच्चों की मौखिक परीक्षा रही। दो व तीन की लिखित व मौखिक दोनों रहीं। इसके अलावा कक्षा-4 व पांच के बच्चों की लिखित व मौखिक परीक्षा हुई। जिसका अधिभार 70 व 30 का रहा। कक्षा-6, सात व आठ की लिखित परीक्षा हुई।
परीक्षा के मद्देनजर कई जगह अव्यवस्थाएं सामने आईं। बच्चों के मूल्यांकन को लेकर कहीं न कहीं शिक्षकों की काम चलाऊ व्यवस्था ने शासन व प्रशासन की मंशा को चुनौती दी। बता दें कि बीएसए अनिल कुमार के निरीक्षण व सख्ती के बाद भी कई स्कूलों में मनमानी बरती जा रही है। तमाम प्रयासों के बाद भी शिक्षक अपना ढर्रा बदल नहीं रहे हैं।
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सीन-1
अछल्दा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय मलिकपुर में तकरीबन 70 बच्चों ने परीक्षा दी। सभी बच्चे पढ़ाई के अंदाज में अगल-बगल बैठकर परीक्षा देते नजर आए। परीक्षा का मूल्यांकन कितना गुणवत्तापूर्ण होगा यह भगवान ही जाने। नौनिहालों का भविष्य संवार रहे विद्यालय के प्रधानाध्यापक आनंद कुमार ने बताया कि मौखिक परीक्षा थी।
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सीन-2
एरवाकटरा ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बोझा रठगांव में साढ़े नौ बजे तक स्कूल पर ताला लटका रहा। समय से पहुंचे बच्चे गेट के बाहर खड़े रहे। देरी से पहुंचे गुरुजी ने जब स्कूल खोला तो बच्चों ने झाडू लगाई। देरी से विद्यालय खोले जाने को लेकर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं था।
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सीन-3
अजीतमल ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ज्ञानपुर प्रताप सिंह में विधिवत परीक्षा का आयोजन किया गया। कतार में दूरी बनाकर छात्र बैठे। शिक्षकों ने लगातार बच्चों का मार्गदर्शन किया। वहीं मूल्यांकन गुणवत्तापूर्ण हो इसे लेकर शिक्षक सावधान नजर आए। प्रधानाध्यापक नरेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि 25 बच्चों ने परीक्षा दी है।
सीन-4
सहार ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में मंगलवार को 111 बच्चों ने परीक्षा दी। प्रधानाध्यापक संध्या शर्मा व शिक्षकों की देखरेख में परीक्षा संपन्न कराई गई। बच्चों के बीच बैठने के दौरान आपस में दूरी हो इसका विशेष ध्यान रखा गया। वहीं शिक्षक परीक्षा के दौरान लगातार चहल कदमी करते नजर आए।
जिन विद्यालयों में अव्यवस्था की सूचना मिली हैं। संबंधित ब्लॉक के बीईओ के जरिए प्रकरण की जांच कराई जाएगी। सुधार की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। लापरवाही न हो इसे लेकर शिक्षकों को चेताया जा रहा है। - अनिल कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी