नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चों की आत्महत्या की घटनाओं पर चिंता जताते हुए माता-पिता के दबाव को जिम्मेदार बताया है। जस्टिस संजीव खन्ना और एस.वी.एन. भट्टी की पीठ यह टिप्पणी एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान की है, जिसमें तेजी से बढ़ते कोचिंग संस्थानों की निगरानी और विनियमन की मांग की गई।