लखनऊ । बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, सतत विकास लक्ष्य एवं राष्ट्र निर्माण दृष्टिकोण, मुद्दे, चिंताएं एवं चुनौतियां का समापन शनिवार को हुआ। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के समाजशास्त्रत्त् विषय के पूर्व शिक्षक प्रो आनंद कुमार ने कहा, कि भारत संभावनाओं का देश है। जहां शिक्षा को बहुविषयी उद्देश्यों के साथ देखा जाता है। किन्तु दुर्भाग्यवश आज यह जनतंत्र से धनतंत्र में बदलता जा रहा है। शिक्षा के मुख्य पांच लक्ष्य है, जिसमें व्यक्तित्व निर्माण, भविष्य निर्माण, नागरिक निर्माण, राष्ट्र निर्माण एवं मानव निर्माण शामिल हैं।
शिक्षा के जरिये सभ्यता का पुनरोद्धार संभव है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी उद्देश्य के साथ सभी के समक्ष प्रस्तुत है। प्रोफेसर आईएस चौहान ने कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने का प्रयास है लेकिन इसी के साथ ही यह कई चुनौतियां भी हमारे सामने रखती है। सेमिनार में पूरे भारत से 500 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।