कानपुर। कपड़ा व्यापारी मनीष कनौडिया के बेटे कुशाग्र (16) की सोमवार रात अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। इस वारदात को कुशाग्र को सात साल तक ट्यूशन पढ़ाने वाली रचिता वत्स ने अपने प्रेमी व उसके दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दिया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया कि अपहरण व हत्या की पटकथा कुशाग्र की शिक्षिका रचिता ने प्रेमी प्रभात शुक्ला के साथ रची थी। जन्मदिन की बधाई देने के लिए रचिता 13 अक्तूबर को प्रभात के साथ कुशाग्र के घर गई और स्कूल व कोचिंग आने-जाने के समय की जानकारी जुटाई। इसके बाद, सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे ट्यूशन के लिए घर से निकले कुशाग्र को प्रभात ने जरीब चौकी चौराहे पर बहाने से रोक लिया और घर छोड़ने की बात कहकर दर्शनपुरवा स्थित अपने घर ले जाकर रस्सी से गला घोंट हत्या कर दी।