प्रयागराज । मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि विज्ञापन जारी होने की तिथि से छह माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाए। भर्ती तो दूर, छह माह में परीक्षा भी नहीं कराई जा सकी। असिस्टेंट प्रोफेसर और मिल टीजीटी-पीजीटी भर्ती विज्ञापन जारी होने के बाद डेढ़ साल से अधिक
समय से अटकी हुई है। अशासकीय सहायता प्राप्त कम महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों और अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त 2022 में ही पूरी हो चुकी है। नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के गठन के इंतजार में अभी तक इन भर्तियों के लिए परीक्षा की तिथि भी घोषित नहीं की सकी है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब आवेदन लिए गए थे, तब उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग में अध्यक्ष और सदस्य थे। अगर उसी वक्त परीक्षा
करा ली गई होती तो अब तक चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति भी गई होती। वहीं, आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में अध्यक्ष थे, लेकिन सदस्यों की संख्या काफी थी। कुछ नए सदस्यों की नियुक्ति करके भर्ती प्रक्रिया पूरी कराई जा सकती थी। अभ्यर्थियों का कहना है कि उच्च
और माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में इन दोनों बड़ी भर्तियों को शासन स्तर पर बैठे अफसरों ने गंभीरता से नहीं लिया और नतीजा कि डेढ़ साल बाद भी ये भर्तियां आवेदन प्रक्रिया के बाद आगे नहीं बढ़ सकीं हैं। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय और प्रतियोगी छात्र मोर्चा के अध्यक्ष विक्की खान ने मांग की है कि अधूरी पड़ी भर्तियों को तत्काल शुरू कराया जाए।
डेढ़ साल से अधर में लटकी है असिस्टेंट प्रोफेसर टीजीटी-पीजीटी भर्ती