श्रावस्ती। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति व 12 रजिस्टर की डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया शुरू की गई है। शिक्षक इसका विरोध कर रहे हैं। पहले दिन मात्र 38 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई। शिक्षक व्यक्तिगत आईडी पर सिम न खरीदने सीयूजी नंबर की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं।
-बेसिक शिक्षा विभाग ने रियल टाइम उपस्थिति सहित बारह रजिस्टर की डिजिटलाइजेशन प्रक्रिया शुरू की है। तं जिसके तहत सभी विद्यालयों में विभाग की , ओर से टेबलेट मुहैया कराया गया है। पहले दिन जिले में 870 शिक्षकों के म सापेक्ष मात्र 38 शिक्षकों ने ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराई।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्र ने बताया कि में जिले में 2017 के बाद कोई स्थानांतरण नही हो पाया है। 2016 में प्रमोशन हुआ था उसके बाद आदेश पर आदेश निकल रहे है लेकिन प्रमोशन नहीं हुए। 2018 से शिक्षक अपने फोन व रुपये से ऑनलाइन फीडिंग कर रहे हैं। विभाग ने डाटा फीड करवा कर अपने करोड़ों रुपये बचाए हैं। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष नीलमणि शुक्ल का कहना है कि जियो फेंसिंग से ऑनलाइन हाजिरी का फरमान स तो महानिदेशक ने सुना दिया, लेकिन क उन्होंने शिक्षकों की परिस्थितिजन्य समस्याएं जानने की कोशिश नहीं की। जिले में कुछ विद्यालय बाढ़ के समय जलमग्न रहते हैं तो कुछ विद्यालयों तक पहुंचने का मार्ग आज भी दुर्गम है। शिक्षकों का कहना है कि सिम व डाटा के लिए महानिदेशक ने कंपोजिट ग्रांट से सिम वि खरीदने का आदेश दिया है। लेकिन विभाग सीयूजी नंबर देने के बजाय शिक्षकों की व्यक्तिगत आईडी पर सिम खरीदने को कह रहा है जो स्वीकार्य नहीं है।