आजमगढ़। परिषदीय स्कूलों में गैर हाजिर रहने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई में मनमानी का मामला सामने आया है। अक्टूबर माह में निरीक्षण अभियान में गैर हाजिर मिले शिक्षकों के विरूद्व कार्रवाई में दोहरा मापदंड अपनाया गया है। महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने समीक्षा में यह मामला पकड़ा और बीएसए को पत्र जारी कर जवाब मांगा है.
अक्टूबर माह में शिक्षकों की उपस्थिति के साथ ही स्कूलों में पढ़ाई की पड़ताल हुई थी। इसमें अनाधिकृत रूप से 140 शिक्षक अनुपस्थित मिले थे। इसमें कार्रवाई मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से की गई, जिसमें 140 शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी गई।
जबकि महानिदेशक के यहां भेजे गए आंकड़ों पर गौर करें तो एक भी शिक्षक का वेतन कटौती नहीं की गई है। यही नहीं कुल 132 शिक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
मात्र दो शिक्षकों का निलंबन किया गया। यहां तक कि छह शिक्षक तो ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ भी नहीं किया गया। इससे बीएसए की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं। महानिदेशक ने ऐसी स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने 20 नवंबर तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा आनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने की हिदायत के साथ ही कार्रवाई की चेतावनी दी है। बीएसए समीर ने बताया कि महानिदेशक का पत्र प्राप्त हुआ है। रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को
भेजी जाएगी।