बेसिक शिक्षा विभाग में परस्पर तबादले को लेकर निर्णय की आस लगाए शिक्षकों को फिर मायूसी मिली है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की इस मुद्दे व अन्य मांगों को लेकर शासन के अधिकारियों से होने वाली 25 अक्तूबर की वार्ता स्थगित हो गई है।
बेसिक शिक्षा विभाग में परस्पर तबादले को लेकर निर्णय की आस लगाए शिक्षकों को फिर मायूसी मिली है। उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ की इस मुद्दे व अन्य मांगों को लेकर शासन के अधिकारियों से होने वाली 25 अक्तूबर की वार्ता स्थगित हो गई है। इसे लेकर शिक्षक प्रतिनिधि भी नाराज हैं।
पिछले दिनों बेसिक व माध्यमिक के शिक्षकों ने उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ के बैनर तले बेसिक शिक्षा निदेशालय पर डेरा डाला था। इस क्रम में शिक्षकों की लंबित मांगों व जिले के अंदर और एक से दूसरे जिले में शिक्षकों के परस्पर तबादलों को लेकर 16 अक्तूबर को वार्ता की तिथि तय हुई थी। किंतु बेसिक शिक्षा विभाग ने अपरिहार्य कारणों से वार्ता स्थगित करते हुए 25 अक्तूबर की तिथि तय की।
अब बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने पत्र जारी कर 25 अक्तूबर की भी वार्ता को स्थगित करने की सूचना दी है। हालांकि इसका कारण बुधवार को गोरखपुर में आयोजित बेसिक शिक्षा विभाग का कार्यक्रम बताया जा रहा है। लेकिन शिक्षकों में यह कहना है कि विभाग इसी तरह धीरे-धीरे कर तिथि को आगे बढ़ाता जा रहा है।
शिक्षकों का आंदोलन स्थगित होने के बाद यह दूसरी बार है जब वार्ता की तिथि तय होने के बाद स्थगित कर दी गई है। उनका कहना है कि इस तरह अक्तूबर भी समाप्त होने को है। विभाग जान-बूझकर इस मामले को लंबित रख रहा है ताकि उनका मामला दिसंबर तक खिसक जाए। वहीं महासंघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि विभागीय अधिकारियों से बात कर वार्ता की तिथि जल्द तय की जाएगी। अगर इसमें हीलाहवाली की गई तो संगठन फिर से कड़ा निर्णय लेगा।