प्रतापगढ़। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के लिए शासन से मिले टैबलेट पर प्राथमिक स्कूल के शिक्षक, शिक्षिका फिलहाल तो व्हाट्सएप, फेसबुक चलाने के साथ रील्स बना रहे हैं। यही नहीं कई शिक्षकों ने शासन का टैबलेट परिवार के बच्चों को गिफ्ट कर दिया। अब सवाल यह है कि शासन ने यह टैबलेट शिक्षकों को दिया किसलिए हैं। परिषदीय स्कूल के शिक्षकों के विद्यालय पहुंचने के मनमानी रवैये पर रोक लगाने के लिए शासन ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया है। ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने के
लिए पहले चरण में 16 अक्तूबर को शासन की ओर से जिले के प्राथमिक स्कूल में तैनात 3830 हेडमास्टर व एक सहायक को टैबलेट उपलब्ध करा दिया। इसके बाद से शासन की कोई गाइड लाइन नहीं आई। शिक्षकों को मिले टैबलेट की हकीकत जानने के लिए आपके अपने अखबार ह्यहिन्दुस्तान ने कुछ शिक्षक, शिक्षिकाओं से फोन कर पड़ताल की। खुलासा हुआ कि टैबलेट पाने वाले अधिकतर शिक्षक, शिक्षिका टैबलेट पर व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम
चला रहे हैं। यही नहीं कई ऐसे शिक्षक जो एंड्रायड मोबाइल नहीं चला पाते, उन्होंने शासन से मिला टैबलेट फिलहाल तो परिवार के बच्चों को गिफ्ट कर दिया है। बाबा बेलखरनाथ धाम के एक शिक्षक ने बताया कि कई शिक्षिकाएं टैबलेट से रील्स बनाने के साथ
व्हाट्सएप और फेसबुक चला रही हैं। ऐसे ही मंगरौरा के एक शिक्षक ने बताया कि कुछ ऐसे हेडमास्टर भी हैं जो टैबलेट आपरेट नहीं कर पा रहे हैं ऐसे में उन्होंने परिवार के तेज तर्रार बच्चे को टैबलेट दे रखा है। जब शासन से गाइड लाइन आएगी तब देखा जाएगा।
कुछ ऑनलाइन डाटा फीड करने का तरीका सीख रहे
प्राथमिक स्कूलों के कई हेडमास्टर शासन से मिला टैबलेट लेकर दुकानदारों के पास पहुंच रहे हैं और उसे आपरेट करने का तरीका सीख रहे हैं। कुछ हेडमास्टर टैबलेट से विभागीय कार्यों की फीडिंग करने का तरीका सीख रहे हैं। ऐसे हेडमास्टर सीखने के लिए ब्लॉक संशाधन केंद्रों पर तैनात कम्प्यूटर आपरेटर का सहयोग ले रहे हैं।