न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में अंशदान निजी कंपनी में लगाने पर बिफरे शिक्षक

 न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में निवेशित लाखों रुपये को निजी कंपनी में लगाने के विरोध में बुधवार को शिक्षकों ने आवाज बुलंद करते हुए डीआईओएस कार्यालय का घेराव किया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश संरक्षक डॉ. हरि प्रकाश यादव नेतृत्व में डीआईओएस पीएन सिंह को ज्ञापन सौंपा। चेतावनी दी कि अगर समस्या का समाधान शीघ्र नहीं हुआ तो चीफ सेक्रेटरी का शुक्रवार को सर्किट हाउस में शिक्षक घेराव करेंगे।



डॉ. हरि प्रकाश यादव ने कहा कि शिक्षक, कर्मचारियों को डरा धमकाकर पहले एनपीएस अकाउंट खुलवाया जाता है। फिर बड़े-बड़े अधिकारियों के सहयोग से शिक्षकों और कर्मचारियों के खाते से उनकी खून पसीने की कमाई का बंदरबाट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के सैकड़ों शिक्षक के एनपीएस खाते से रुपये बिना किसी पूर्व सहमति से इधर उधर किए जा रहे हैं। अगर ढंग से सरकार जांच कराए तो पूरे प्रदेश में हजारों शिक्षकों के एनपीएस खाते से करोड़ों रुपये के हेरफेर के प्रमाण सामने आएंगे। जिला अध्यक्ष मो. जावेद ने अध्यक्षता और संचालन जिलामंत्री देवराज सिंह ने किया।


इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा, आय-व्यय निरीक्षक सुरेंद्र प्रताप सिंह, मंडल अध्यक्ष मिथिलेश कुमार मौर्य, प्रदेश महामंत्री (ठाकुराई गुट) लालमणि द्विवेदी, गार्गी श्रीवास्तव, सुमन शर्मा, उमापति पटेल, रामचंद्र यादव, महेश यादव, अशोक कनौजिया, राजेश कुमार, सुरेश पासी हरिशंकर आदि शिक्षक उपस्थित रहे।


कुछ रिटायर शिक्षकों के फंड को उनकी सहमति से दूसरी कंपनी में लगाने के दौरान कुछ सेवारत शिक्षकों के रुपये भी निजी कंपनी में चले गए हैं। उसे वापस मूल कंपनी में लौटाया जा रहा है। प्रकरण की जांच हो रही है। पीएन सिंह, डीआईओएस।


बाबू पर हो सकती है निलंबन की कार्रवाई

एनपीएस खाते से लेनदेन करने वाले बाबू पर निलंबन की कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि सारा लेखा जोखा बाबू के पास रहता है। मामले में निजी कंपनी के प्रतिनिधियों से सांठ-गांठ की आशंका जताई जा रही है।


● रुपये वापस न होने पर आंदोलन की चेतावनी

● शिक्षक बोले, चीफ सेक्रेटरी का करेंगे घेराव