*बीइओ के मोबाइल से खुली भ्रष्टाचार की पोल*
■डीएम ने भरी बैठक में सभी के सामने खोले राज
■ बीइओ बेहंदर मुख्यालय से अटैच पिहानी पर भी कार्रवाई
हरदोई
बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी एमपी सिंह ने भ्रष्टाचार की पोल खोल दी।
*खंड शिक्षा अधिकारी बेहंदर के मोबाइल से तो ऐसे राज सामने आए, जिससे सभी सन्न रह गए। विभाग की सूचनाओं को बाहरी लोगों को पहुंचाना और उनसे शिकायत कराने से लेकर कई अन्य बड़े बड़े मामले पकड़ में आए। बीएसए ने उन्हें तुरंत ही ब्लाक से हटाकर मुख्यालय संबद्ध करने के साथ ही बीईओ पिहानी को भी हटाने के साथ ही अन्य खंड शिक्षा अधिकारियों के ब्लाक और लिपिकों के पटल बदलने का निर्देश दिया।*
बीएसए कार्यालय से लेकर ब्लाकों तक पिछले कुछ समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें आ रहीं थी । जिलाधिकारी एमपी सिंह तक शिकायतें पहुंची तो बीइओ बेहंदर अशोक कुमार सिंह और लिपिक मधुरपाल के मोबाइल की जांच कराई।
डीएम एमपी सिंह ने बताया कि बीईओ बेहंदर के मोबाइल की जांच में बड़ा घालमेल मिला। वह भ्रष्टाचार तो करते ही रहे। विभाग की सूचनाओं को बाहर तक पहुंचाना और विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की शिकायतें कराते। इतना ही नहीं शिकायतों को वह खुद बनाकर भेजते। जोकि उनके मोबाइल के वाट्सएप पर मिलीं। शनिवार की शाम भरी बैठक में डीएम ने सभी के सामने यह राज खोले। डीएम ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारी टीम भावना से कार्य करें। दलालों को कार्यालय से दूर रखा जाए। पटल सहायक अपना कार्य त्वरित गति से करें।
बीएसए कार्यालय में लम्बे समय से कार्यरत पटल सहायकों का स्थानांतरण किया जाए। वेतन बायोमेट्रिक उपस्थिति करवाकर ही जारी किया जाए। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि बीईओ अशोक कुमार सिंह के मोबाइल में सनसनीखेज रिकार्डिंग मिलीं। बीएसए के अनुसार बीईओ खुद विमलेश शर्मा को कागज भेजते और उनसे शिकायत कराते। डीएम ने बीईओ को ब्लाक से हटाकर मुख्यालय संबद्ध करने का निर्देश दिया है। साथ ही पिहानी के बीइओ रतनलाल को भी मुख्यालय अटैच करने के साथ ही अन्य खंड शिक्षा अधिकारी जिनकी शिकायतें हैं उन्हें दूरस्थ ब्लाक भेजने का निर्देश दिया है।