इस बार कम समय में पूरा होगा पीसीएस मेंस का मूल्यांकन


प्रयागराज पीसीएस- 2023 की मुख्य परीक्षा पूरी हो चुकी है और जल्द ही कॉपियों का मूल्यांकन भी शुरू हो जाएगा। स्केलिंग न होने के कारण पिछली परीक्षाओं के मुकाबले इस बार मूल्यांकन कम समय में पूरा होगा। ऐसे में मुख्य परीक्षा के परिणाम के लिए अभ्यर्थियों को ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा।




उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित पीसीएस- 2022 के मुकाबले पीसीएस- 2023 में पदों और अभ्यर्थियों की संख्या कम है। ऐसे में कॉपियों की संख्या भी घट गई है। इस बार स्केलिंग भी नहीं होनी है। ऐसे में पूर्व की परीक्षाओं में मूल्यांकन पूरा होने में जितना वक्त लगा था, इस बार उससे काफी कम समय लगेगा। पीसीएस- 2022 के तहत 384 पदों पर भर्ती के लिए मुख्य परीक्षा में 5311 अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जबकि पीसीएस- 2023 की मुख्य परीक्षा में 254 पदों के लिए 3852 अभ्यर्थी पंजीकृत थे और इनमें से 94 फीसदी अभ्यर्थी ही परीक्षा में शामिल हुए।

आयोग ने पीसीएस- 2022 की चयन प्रक्रिया 10 माह में पूरी कर ली थी और यह एक रिकार्ड है। आयोग पीसीएस- 2023 का परीक्षा परिणाम इससे कम समय में जारी करके एक और नया रिकार्ड बनाने की तैयारी में है। पीसीएस- 2023 की मुख्य परीक्षा में पहली बार वैकल्पिक विषयों को हटाकर उनकी जगह उत्तर प्रदेश विशेष सामान्य अध्ययन के दो नए प्रश्नपत्र शामिल किए गए। पूर्व में वैकल्पिक विषयों की कॉपियों के मूल्यांकन में स्केलिंग की जाती थी। स्केलिंग की प्रक्रिया काफी जटिल है और इसकी वजह से कॉपियों के



आयोग पीसीएस- 2023 की चयन प्रक्रिया रिकॉर्ड समय में कर सकता है पूरी





वैकल्पिक विषय हटा लिए जाने से अब स्केलिंग का कोई औचित्य ही नहीं रह गया है। ऐसे में मूल्यांकन के दौरान स्केलिंग की जटिल प्रक्रिया अब आड़े नहीं आएगी। स्केलिंग में अंक भी घटा और बढ़ा दिए जाते थे, जिसकी वजह से अक्सर विवाद होता था। स्केलिंग न होने के कारण अब यह विवाद भी नहीं होगा। कॉपियों का मूल्यांकन अब सामान्य रूप से होगा और अभ्यर्थियों की अब यह शिकायत भी नहीं रह जाएगी कि मानविकी के मुकाबले विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों को अधिक अंक दिए जाते हैं।




आयोग के सूत्रों का कहना है कि गांधी जयंती की छुट्टी के बाद पीसीएस मेंस 2023 की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू करा दिया जाएगा, ताकि परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जा सके। इस बार स्केलिंग न होने और कॉपियों की संख्या कम होने के कारण मुख्य परीक्षा का परिणाम दो से तीन माह में घोषित किया जा सकता है। मुख्य परीक्षा में पदों की संख्या के मुकाबले तीन गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया जाएगा। पदों की संख्या भी कम है। ऐसे में पिछली परीक्षा के मुकाबले इस बार इंटरव्यू के लिए भी अभ्यर्थियों की संख्या कम होगी