बस्ती। जिले में उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गत 10 वर्षो से कार्यरत अनुदेशकों ने रविवार को महात्मा गांधी प्रतिमा के सामने क्रमिक अनशन किया। अनुदेशक कल्याण एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मिश्र ने कहा कि अनुदेशक का शोषण किया जा रहा है। पूर्णकालिक कार्य कराया जाता है और अल्प मानदेय के साथ-साथ अन्य सभी सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। इससे अनुदेशकों का जीवनस्तर निम्न स्तर से भी नीचे पहुंच चुका है.
जिलाध्यक्ष प्रमोद पांडेय ने कहा कि कई अनुदेशक आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या कर चुके हैं, तो कई अनुदेशक नौकरी छोड़ चुके है। अनुदेशक अपने जीवन निर्वाह के लिए शिक्षण कार्य के बाद टैक्सी चलाने व ठेला सब्जी आदि लगाकर जीवन यापन करने को विवश हो रहे हैं। महिला अनुदेशकों को सीसीएल भी नहीं मिलता है। जिला उपाध्यक्ष सनोज कन्नौजिया ने कहा कि अनुदेशकों की सभी समस्याओं का हल नियमतीकरण में है। अलका रानी, दिव्या श्रीवास्तव, रूबीना खातून, अजरा खातून, पूनम चौधरी, रीता वर्मा, दीनानाथ निषाद, उत्तम वर्मा, कृपा शंकर दुबे, अमरेश यादव, राजकुमार यादव, दिलीप कुमार, पुरुषोत्तम, रामचंद्र अन्य मौजूद रहे।