बिजनौर (चिंगारी)। विकास क्षेत्र किरतपुर के खंड शिक्षा अधिकारी राजमोहन गुप्ता अष्टाचार में घिर गए हैं। ब्लॉक के शिक्षकों से आएदिन अवैध वसूली के आरोप लगने के बाद अब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भी हरकत में आ गए हैं। शिक्षकों द्वारा कार्यवाही की मांग पर बीएसए जयकरण यादव ने खंड शिक्षा अधिकारी व ब्लॉक के लिपिक पर जांच बैठा दी है। बीईओ की कारगुजारियों से शासन द्वारा ऑनलाइन अवकाश लेने की पॉलिसी को भी पलीता लग रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी राजमोहन गुप्ता पिछले करीब आठ महीने से किरतपुर में तैनात हैं। इस अवधि में बीईओ अवैध वसूली के लिए खूब नाम कमा चुके हैं। शिक्षकों का कहना है कि मेडिकल अवकाश हो या
बाल्य देखभाल अवकाश, बिना सुविधा शुल्क के स्वीकृत नहीं हो रहे हैं। कई बार शिक्षकों ने बीएसए के सामने उपस्थित होकर मौखिक शिकायत की है। प्राथमिक विद्यालय जीवन सारी की सहायक अध्यापिका मेहनाज ने बाल्य देखभाल अवकाश में खंड शिक्षा अधिकारी में ब्लॉक के लिपिक पर 20000 रुपए अवैध रूप से वसूल करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। खंड शिक्षा अधिकारी पर आएदिन लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपी के बाद अब बेसिक शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया है। जिला बेसिक
शिक्षा अधिकारी जयकरण यादव ने बीईओ व ब्लॉक लिपिक की अवैध वसूली प्रकरण में जांच बैठा दी है। बीएसए ने बताया कि नहौर (आकू) के खंड शिक्षा अधिकारी योगेश कुमार शर्मा को जांच सौंपी गई है। ब्लॉक के शिक्षक बताते हैं कि उनके साथ अवैध वसूली के लिए ब्लॉक का एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी साथ में रहता है। भ्रष्टाचार के प्रकरण में घिरे बीईओ अब शिक्षिका की मान मनोवल करते घूम रहे हैं। दूसरी ओर शिक्षक संघ ने भी किरतपुर विकास क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध
कार्रवाई करने की मांग की है। उत्तर प्रदेशीय प्र शिक्षक संघ के जिला मंत्री सिंह ने क किरतपुर विकास क्षेत्र के अधिकारी के कार्यों की शिकायत की है। उन्होंने बताय कि ब्लॉक के किसी भी शिक्षक का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। यदि खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो जल्द ही संगठन ब्लॉक स्तर पर उनके खिलाफ आंदोलन शुरू करेगा। संगठन ने किरतपुर ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी राजमोहन गुप्ता के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तय कर ली है। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा ब्लॉक में किए जा रहे अाचार के कार्य की फाइल तैयार की जा रही है।