अलीगढ़, । प्रदेश में पहली बार सूबे के बेसिक शिक्षा मंत्री ने जिले के बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय में समीक्षा बैठक की है। बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों को सुसज्जित करने के साथ ही शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाया जाए। गुणवत्तापरक शिक्षा से ही देशका भविष्य सुधरेगा। ऐसे में शिक्षक अपनी भूमिका का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करें। साथ ही अफसर इस पर पूरी तरह से निगाहबानी करें।
एलमपुर कंपोजिट विद्यालय के निरीक्षण के उपरांत बेसिक शिक्षामंत्री ने बीएसए कार्यालय में सभी बीईओ, डीसी, मंडलीय शिक्षा अधिकारी व बीएसए के साथ समीक्षा बैठक की। करीब पौन घंटे चली इस बैठक में उन्होंने बारी-बारी से सभी बिंदुओं पर समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने
केजीबीवी खैर और इगलास में छात्राओं का पंजीकरण कम होने पर नाराजगी जारी की। यही नहीं जर्जर स्कूलों को जल्द ही ध्वस्त कराकर पुर्न निर्माण के भी आदेश दिए। उन्होंने बीएसए कार्यालय में मीटिंग हाल और सभी खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों का सुदृढीकरण का भी आश्वासान दिया।
इस मौके पर डायट प्राचार्य विनय कुमार गिल, एडी बेसिक कृपाशंकर वर्मा, बीएसए राकेश कुमार सिंह, सहायक लेखाधिकारी ज्ञानेन्द्र कुमार, डीसी खेलन्द्र सिंह राना, ज्ञानेन्द्र कुमार गौतम, अखिलेश कुमार, वीरेन्द्र सिंह, सतीश सिंह, मुकेश सिंह आदि मौजूद रहे।
प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर बैठे तो कार्रवाई
अलीगढ़। बीएसए डॉ. राकेश कुमार सिंह ने कहा कि परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण के लिए बीईओ, डीसी, एसआरजी और एआरपी की टीम लगाई गई। इसका मकसद शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार है। निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर अभिलेखों की जांच नहीं करेगा। यह गलत और प्रधानाध्यापक के सम्मान के खिलाफ है। अगर ऐसा पाया तो कार्रवाई तय है।