प्रयागराज संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 10 नए राजकीय संस्कृत विद्यालय खोले जाने हैं। इसके लिए लंबे समय से कवायद चल रही है। नए स्कूलों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जमीन मिलने के बाद नए विद्यालयों के भवन निर्माण के लिए अब बजट का इंतजार है।
दस नए राजकीय संस्कृत विद्यालय वाराणसी, रायबरेली मुदारावाद, शामली, जालीन, एटा, अमेठी और हरदोई जैसे दस जिलों में खोले जाने हैं। इसके अलावा गोरखपुर, प्रयागराज, अयोध्या, चित्रकूट और मथुरा में भी राजकीय संस्कृत विद्यालय खोलने का प्रस्ताव तैयार कराया जा रहा है। इन विद्यालयों में आधुनिक सुविधाओं के साथ उत्तर मध्यमिक यानी 12वीं तक की पढ़ाई होगी।
इसके लिए कई महीनों से तैयारी चल रही है। उप शिक्षा निदेशक संस्कृत सीएल चौरसिया ने बताया कि नए राजकीय संस्कृत विद्यालयों के लिए जमीन का आवंटन हो गया है।
बजट मिलने के बाद इनके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। शासन की तरफ से संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।