मऊ : राजनीतिक विश्लेषक व बापू स्मारक कॉलेज घोसी (मऊ) के प्रोफेसर मनोज सिंह का कहना है कि घोसी में सत्ताधारी दल की हार की कई वजहें रहीं। इसमें पुरानी पेंशन के मुद्दे ने भी बड़ा रोल अदा किया है। उन्होंने बताया कि पुरानी पेंशन बहाल न किए जाने से नाराज पिछड़ी जातियों के स्थानीय कर्मचारियों ने भाजपा के खिलाफ जमकर प्रचार किया। युवा वर्ग भी इस मुद्दे से सीधे जुड़ा। पिछड़ी जातियों में तेज बिखराव में कर्मचारियों व युवाओं की भूमिका ने अहम रोल, अदा किया। इसके अलावा राजभर और निषाद की तुलना में सपा से जुड़े स्थानीय नेताओं का असर अधिक रहा। इससे सुभासपा और निषाद पार्टी के नेताओं के बजाय लोगों ने स्थानीय नेताओं को तरजीह दी। कभी ओम प्रकाश राजभर के खास रहे महेंद्र राजभर की सक्रियता से भी राजभर जाति के लोगों को सपा के पक्ष में लाने में मदद मिली। ‘