ईपीएफओ सदस्य कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) के तहत उच्च पेंशन के लिए किए गए आवेदन को ट्रैक कर सकते हैं। यह सुविधा ईपीएफओ पोर्टल पर शुरू कर दी गई है। यदि आवेदन अटक गया है तो इसमें सुधार की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। इसके लिए एक महीने का वक्त मिलेगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने इस संबंध में हाल में निर्देश जारी किए हैं।
आवेदन को सभी नियोक्ताओं की मंजूरी जरूरी निर्देशों के अनुसार, यदि किसी कर्मचारी का आवेदन नियोक्ता ने खारिज कर दिया है तो उसे इसका कारण बताया होगा। ईपीएफओ द्वारा आवेदन को स्वीकृत करने से पहले सभी नियोक्ताओं को उनके स्तर पर सत्यापन और अनुमोदन के लिए भेजा जाता है। इस पर सभी नियोक्ताओं को मंजूरी अनिवार्य होगी। नियोक्ता को कर्मचारी द्वारा प्रस्तुत की गई जानकारी को सत्यापित करना होता है।
30 सितंबर तक का समय नियोक्ता आवेदन को स्वीकृत या अस्वीकार कर सकता है। खारिज करने पर इसका कारण स्पष्ट रूप से आवेदक को बताना होगा। नियोक्ताओं के पास अपनी ओर से प्रक्रिया पूरी करने के लिए 30 सितंबर तक का समय है।
ऐसे कर सकते हैं ट्रैक
1. ईपीएफओ के पोर्टल पर (epfindia.gov.in) जाएं। यहां होम पेज पर सर्विसेज सेक्शन में जाकर for employee विकल्प का चयन करें।
2. नए पेज पर फिर सर्विसेज सेक्शन में जाएं और member UAN/online service लिंक पर क्लिक करें।
3. नए खुलने वाले पेज नीचे की ओर इंपोर्टेंट लिंक्स सेक्शन में track application status for pension on higher wages लिंक पर क्लिक करें।
4. फिर पावती संख्या/यूएएन नंबर/पीपीओ नंबर की मदद से लॉगिन करें।
5. इससे आवेदन की स्थिति दिखाई देने लगेगी। यदि खारिज हुआ है तो rejected status और रिवाइज्ड का विकल्प मिलेगा।
6. इसके लिए नियोक्ता के पास अपने दावे के लिए दस्तावेज जमा कराने होंगे। नियोक्ता उनकी पुनर्समीक्षा करेगा।
30
दिन का वक्त रहेगा कर्मचारी के पास नए दस्तावेज पेश करने और आवेदन में सुधार के लिए
सदस्य के पास उपलब्ध रहेगा यह विकल्प
जब कोई कर्मचारी उच्च पेंशन के आवेदन की स्थिति को ट्रैक करेगा तो यह ईपीएफओ के सदस्य सेवा पोर्टल पर दिखाया जाएगा। यदि नियोक्ता ने आवेदन को मंजूरी नहीं दी है तो कर्मचारी को आवेदन में आवश्यक सुधार करने या अतिरिक्त दस्तावेज प्रदान करने का मौका मिलेगा। इसके लिए अस्वीकृति पत्र जारी होने से एक महीने का समय होगा।
इन वजहों से आवेदन अस्वीकार हो सकता है
कर्मचारियों को दो स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। एक, पूर्व नियोक्ता आवेदन को अस्वीकार कर सकता है, भले ही दस्तावेज़ सही हों। दूसरा, पिछले नियोक्ता ने अभी तक आवेदन की समीक्षा नहीं की हो। इसके चलते ईपीएफओ उच्च पेंशन का आवेदन अस्वीकार कर सकता है या स्वीकार करने की प्रक्रिया में देरी हो सकती है।