खंड शिक्षा अधिकारी व शिक्षक संघ के दो पदाधिकारियों पर यौन उत्पीड़न और धन वसूली के आरोप के मामले में नया मोड़ सामने आया, यह हुआ खुलासा

 देवरिया। जिले के एक खंड शिक्षा अधिकारी व शिक्षक संघ के दो पदाधिकारियों पर यौन उत्पीड़न और धन वसूली के आरोप के मामले में नया मोड़ सामने आया है। जिस पत्र को जिलाधिकारी को भेजकर अधिकारियों पर आरोप लगाए गए थे, उस पत्र को एक अनुदेशक ने भलुअनी डाकघर से रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से भेजा था। भलुअनी डाकघर के आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के बाद यह तथ्य सामने आया है। जांच समिति ने इस मामले में कुछ विभागीय शिक्षकों व कुछ बाहरी लोगों को भी चिह्नित किया है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देने के बाद इन सभी पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।



जांच प्रक्रिया आगे बढ़ने के साथ ही इस मामले में आरोप लगाने वाली शिक्षिका के सामने नहीं आने से मामला ठंडा होता दिख रहा है। डीएम के निर्देश पर बनी जांच समिति ने भी एक पक्षीय बयान के आधार पर ही अपनी रिपोर्ट तैयार की है। इधर, संबंधित ब्लाॅक के खंड शिक्षाधिकारी व शिक्षक संघ के दो पदाधिकारी अब राहत महसूस कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस व शिक्षा विभाग इस घटना के बाद उन लोगों को चिह्नित करने में लगा है जिन्होंने गुमनाम पत्र के जरिए विभागीय छवि को खराब करने की कोशिश की। इन लोगों की पहचान भी कर लिए जाने की बात सामने आ रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार भलुअनी के जिस डाकघर से रजिस्ट्री की गई है वहां के करीब 15 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला गया तो एक अनुदेशक आते-जाते दिख रहा है। इस फुटेज को डाकघर के काउंटर पर रजिस्ट्री करने वाले कर्मचारी को दिखाया गया तो उसने पहचान की है। अब विभाग जानकारी जुटा रहा है कि आखिर अनुदेश ने किस कारण ऐसा किया और मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं।



बाहरी व्यक्ति पर केस दर्ज कराने की तैयारी में विभाग

प्रकरण ने जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगाया है। साथ ही किरकिरी भी खूब हुई है। ऐसे में विभागीय अधिकारी उस बाहरी को ढूंढने में लगे हैं, जिस पर इस प्रकरण को तूल देने का शक है। माना जा रहा है कि वर्तमान में इस बाहरी की विभाग में गहरी पैठ हो चुकी है।


अन्य शिक्षिकाओं से नहीं हुई पूछताछ

अंतरजनपदीय तबादले में दो माह पूर्व संबंधित ब्लाॅक की चार शिक्षिकाओं का तबादला हुआ। इसमें 69 हजार भर्ती प्रक्रिया के शिक्षक शामिल नहीं थे। इसके बाद इस भर्ती प्रक्रिया की 15 और शिक्षिकाओं का संबंधित ब्लॉक से ही तबादला हुआ। जांच समिति ने इन शिक्षिकाओं से कोई पूछताछ नहीं की। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि गुमनाम पत्र लिखने की तिथि के बाद इनका तबादला हुआ तो ऐसे में इनसे पूछताछ की जरूरत नहीं समझी गई।

अपनी जांच रिपोर्ट एडी बेसिक को सौप दी है। मामले में कुछ विभागीय लोगों के अलावा एक बाहरी व्यक्ति भी शामिल है। विभाग की छवि खराब करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।


- शालिनी श्रीवास्तव, बीएसए


देवरिया बीएसए की रिपोर्ट मिल गई है। मामले में संबंधित ब्लॉक की जिन चार शिक्षिकाओं का तबादला अन्य जनपदों के लिए हुआ है, उनमें से एक ने लिखकर एवं तीन ने मौखिक बताया है कि ऐसी कोई घटना उनके साथ नहीं हुई है। जल्द ही दोनों रिपोर्ट को महानिदेशक स्कूली शिक्षा को सौंप दी जाएगी।


- विनोद कुमार मिश्रा, एडी बेसिक