निपुण एसेसमेंट के लिए न विद्यार्थी तैयार और न ही परिषदीय विद्यालय ,90 फीसदी विद्यार्थियों को इस बात की जानकारी नहीं कि कब है निपुण टेस्ट


बरेली। जिले के परिषदीय स्कूलों में 11 व 12 सितंबर को निपुण एसेसमेंट टेस्ट (नेट) होना है। कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं का शैक्षिक स्तर जानने के लिए यह परीक्षा कराई जा रही है।


ज्यादातर विद्यालयों में परीक्षा के लिए अब तक न शिक्षक तैयार हैं, न ही विद्यार्थी विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए तैयार करने की दिशा में भी अब तक प्रयास शुरू नहीं हुए हैं। ऐसे में परीक्षा से रैंकिंग में सुधर आना मुश्किल है।

शिक्षकों को भी नहीं पता, कब होगी परीक्षा मॉडल कंपोजिट विद्यालय जसौली में कई विद्यार्थियों को यह नहीं पता है कि निपुण परीक्षा कब है। बुधवार को प्रधानाध्यापिका पूनम गंगवार छुट्टी पर थीं। इस दौरान अमर उजाला की टीम ने स्कूल की पड़ताल की तो वहां मौजूद शिक्षकों को भी निपुण एसेसमेंट टेस्ट की तारीख पता नहीं थी। पूछने पर कहा प्रधानाध्यापिका को ही पता है जब वह बताएंगी, तभी जानकारी हो सकेगी।

प्राथमिक विद्यालय साहूकारा प्रवीन में इंचार्ज प्रधानाध्यापिका शकुंतला ने कहा कि निपुण एसेसमेंट परीक्षा हर माह होती है। दोबारा यह सवाल करने पर की सितंबर में बच्चों का कोई टेस्ट होना है या नहीं तो उन्होंने बताया कि हां एक परीक्षा होनी है। दूसरी शिक्षिका से पूछकर इसकी तारीख बताई। तैयारियों के बाबत कहा कि दो दिन पहले तैयारी कराएंगे, नहीं तो बच्चे भूल जाएंगे।

विभाग की ओर से स्कूलों को एक सप्ताह पहले ही पत्र जारी कर दिया गया है। अगर फिर भी विद्यार्थियों और शिक्षकों को इसकी जानकारी नहीं दी है तो यह प्रधानाध्यापकों की कमी है। परीक्षा में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए जल्द ही संकुल स्तर पर बैठकें की जाएंगी। तैयारियों का जायजा लेने के लिए मुख्य परीक्षा से पहले मॉक टेस्ट कराया जाएगा। संजय सिंह, बीएसए


100 फीसदी विद्यार्थियों को परीक्षा दिलाना चुनौती साल 2022 में भी चार से पांच हजार विद्यार्थियों ने निपुण परीक्षा छोड़ दी थी। इस साल भी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कुछ खास बेहतर नहीं है। 75 फीसदी विद्यार्थी भी नियमित स्कूल नहीं आ रहे हैं। ऐसे में शत-प्रतिशत विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठाना विभाग और शिक्षकों के लिए बड़ी चुनौती है