एडेड स्कूलों में प्रधानाचार्यों के रिक्त 60% पद भरे जाएंगे
लखनऊ,। प्रदेश में सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के खाली पड़े प्रधानाचार्यों के पद जल्द ही भरे जाने की तैयारी है।
सरकार ने शिक्षकों के तबादला प्रक्रिया की समाप्ति के तत्काल बाद प्रदेश में 60 प्रतिशत एडेड (सहायता प्राप्त) स्कूलों के खाली पड़े प्रधानाचार्यों के पदों को भरने का निर्णय किया है। प्रदेश में कुल 4512 एडेड स्कूल हैं, जिनमें से करीब 60 फीसदी में स्थायी प्रधानाचार्य नहीं हैं। ऐसे में प्रभारी प्रधानाचार्यों के जिम्मे ही इन स्कूलों के सारे नीतिगत कामकाज हैं।
प्रभारी प्रधानाचार्य तमाम जरूरी फैसले नहीं ले पाते जिसके कारण स्कूलों के कामकाजों पर असर पड़ता है। पिछले वर्ष शासन की ओर से एडेड स्कूलों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन कुछ तकनीकी खामियों की वजह से हाईकार्ट ने उसे निरस्त कर दी थी। अब शासन ने नए सिरे से स्थाई प्रधानाचार्यों के खाली पड़े पदों को भरने के निर्देश दिए हैं।
प्रभारी प्रधानाचार्य तमाम जरूरी फैसले नहीं ले पाते जिसके कारण स्कूलों के कामकाजों पर असर पड़ता है। पिछले वर्ष शासन की ओर से एडेड स्कूलों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई थी लेकिन कुछ तकनीकी खामियों की वजह से हाईकार्ट ने उसे निरस्त कर दी थी। अब शासन ने नए सिरे से स्थाई प्रधानाचार्यों के खाली पड़े पदों को भरने के निर्देश दिए हैं।