लखनऊ, । विदाई की बेला में मानसून की सक्रियता ने सोमवार को यूपी के अधिकांश जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। लखनऊ और उससे सटे बाराबंकी, हरदोई, कानपुर, बहराइच और उन्नाव समेत करीब 22 जिलों में रविवार देर रात से शुरू हुई झमाझम बारिश के कहर से प्रदेश में 27 लोगों की मौत हो गई और कई मकान गिर गए। कई जिलों में बिजली व्यवस्था भी ठप रही।
बाराबंकी में सैकड़ों लोग ऊपरी मंजिल और छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए । बाराबंकी में रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने से कई ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है। लखनऊ में आधा दर्जन उड़ानें प्रभावित रहीं। मौसम विभाग ने 14 सितंबर तक राज्य में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
बाराबंकी में तीन और हरदोई में चार की मौत बाराबंकी में दीवार गिरने पर उसके मलबे में दबकर भाई-बहन की मौत हो गई। वहीं मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के गोरियां पूर्व में खेत गए किशोर की आकाशीय बिजली गिरने से जान चली गई। हरदोई में तीन और जलभराव में डूबने से एक की मौत हुई है। मुजफ्फरनगर में कच्चा मकान गिरने से युवती और रामपुर में मकान के मलबे में दबकर एक ग्रामीण की जान चली गई। वारणसी और मिर्जापुर में आकाशीय बिजली से चार लोगों की मौत हो गई। उन्नाव में दो और कानपुर देहात में एक की मौत हो गई। खीरी के धौरहरा में कच्चा मकान गिरने से बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। लखनऊ के रहीमाबाद में मकान गिरने से महिला और बिजली गिरने की दहशत से एक महिला की मौत हो गई। प्रतापगढ़ में आकाशीय बिजली से दो , जालौन में एक, कन्नौज में दो और अमेठी में एक, देवरिया में डूबने से एक की मौत हुई है।
बाराबंकी में सोमवार को भारी बारिश के बाद इलाके जलमग्न हो गए। लोगों का निकलना दुश्वार हो गया। ● प्रेट्र
यूपी में बारिश का कहर,27 की मौत
यूपी में बारिश का कहर,27 की मौत
17 तक बारिश जारी बिजली गिरने का अलर्ट
लखनऊ। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार पूर्वी उत्तर प्रदेश में आगामी 14 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है जबकि 17 तारीख तक हल्की बारिश जारी रहेगी। 15 सितंबर तक राज्य में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने का भी अलर्ट है।
398 फीसदी अधिक वर्षा
लखनऊ। यूपी में पिछले 24 घंटों में औसत 31.80 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। यह सामान्य से 398 फीसदी अधिक है। वहीं सर्वाधिक वर्षा मुरादाबाद में दर्ज की गई। वहां 157.4 मिलीमीटर वर्षा हुई। राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने राहत कार्य के निर्देश दिए हैं।
धान के लिए फायदेमंद
बरसात को धान की फसलों के लिए अमृत समान माना जा रहा है। रबी सीजन की फसलों को भी इस बारिश का लाभ मिलेगा। विश्व बैंक के कृषि विशेषज्ञ डा. विष्णु प्रताप सिंह कहते हैं, अगेती सब्जियों के लिए ये नुकसानदेह है लेकिन धान और गन्ने के लिए रामबाण है।
मुरादाबाद 157.4 मिलीमीटर
सम्भल 131.8 मिलीमीटर
बाराबंकी 119.6 मिलीमीटर
कासगंज 116.7 मिलीमीटर
कन्नौज 107 मिलीमीटर
हरदोई 112.6 मिलीमीटर
लखनऊ 109 मिलीमीटर
बहराइच 99.2 मिलीमीटर
नजीबाबाद 97.4 मिलीमीटर
कानपुर 74.6 मिलीमीटर