कानपुर। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में नंबर बढ़ाने का गड़बड़झाला चल रहा है। डायट में 2022 के पहले बैच की उर्दू संस्कृत, शैक्षिक निर्देशन और गणित की कॉपियों का मूल्यांकन हो रहा है।
यहाँ महाराजगंज कुशीनगर, गोरखपुर सहित कई अन्य केंद्रों की कॉपियाँ मूल्यांकन के लिए आई हैं। मूल्यांकन के दौरान प्रथम सेमेस्टर की गणित की 107 कॉपियों के नंबरों में हेरफेर की शिकायत मिली है। कॉपियों में जहां छात्रों को दो, तीन अंक मिले हैं, वहीं अंकचिटों में नंबरों को बढ़ाकर 12 और 13 कर दिया गया है। इसके लिए मात्र दो से पांच हजार लिए गए हैं। अब तक सात मंडलों की गणित की कॉपियों में गड़बड़ी देखने को मिली है। एडवोकेट इकबाल सिंह ने 2 सितंबर को जिलाधिकारी को शिकायती पत्र लिखा था। जिसमें प्रधान परीक्षक और अंकचिट कर्ताओं के फर्जी हस्ताक्षर पाने की शिकायत की गई है। एक सितंबर को 12 कॉपियों में गड़बड़ी मिली थी, अब इसकी संख्या 107 हो गई है। इसकी शिकायत डीएम को भी सौंपी गई हैं।
ऐसे हुआ खुलासा : डायट सूत्रों का कहना है कि पैसों का लेनदेन अब मोबाइल के माध्यम से किया जाता है। व्हाट्स एप के माध्यम से बढ़े नंबरों की फोटो खींच कर छात्रों को भेजी जाती है और उनसे मोबाइल पर पैसा मंगाया जाता है। इस बार भेजने के दौरान गलती से अंक चिटों की फोटो शिक्षाधिकारी को चली गई, जिसके बाद मामला संज्ञान में आया और कॉपियों की जांच शुरू हुई।