फतेहपुर/ खागा, संवाददाता। परिषदीय स्कूलों के शिक्षक इन दिनों नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यह चुनौती उन 'चालाक' अभिभावकों से निपटने की है, जिन्होंने अपने बच्चों का नामांकन उनके विद्यालय के साथ प्राइवेट स्कूलों में भी करा रखा है।
विडंबना यह भी है कि एक बार वेरीफाई करने के बाद प्रेरणा पोर्टल पर ऐसे बच्चों का नाम हटाने के लिए डिलीट का विकल्प भी नहीं आता है।