लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों की फुल ड्रेस के साथ बैग की फोटो प्रेरणा डीबीटी एप पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नामांकित बच्चों व अभिभावकों के आधार बनवाने और उनका सत्यापन करवाने के लिए भी कहा गया है। जिन अभिभावकों के खाते में ड्रेस का पैसा नहीं पहुंचा है, उनके खाते आधार से लिंक कराए जाएंगे। शासन ने इसके लिए डीबीटी से निर्धारित सामग्री खरीदने के लिए प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए हैं।
दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने 1.91 करोड़ बच्चों को यूनिफार्म जूता-मोजा, बैग व स्कूल सामग्री खरीदने के लिए 2300 करोड़ रुपये अभिभावकों के खाते में भेजे हैं। इसमें प्रति बच्चे के हिसाब से 1200 रुपये दिए गए हैं। इस राशि का सही उपयोग हो, इसके लिए प्रधानाचार्य
व शिक्षकों को बच्चों की फुल ड्रेस फोटो अपलोड करने को कहा गया है। साथ ही बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारियों को अभिभावकों से संपर्क कर ड्रेस खरीदने और उसमें ही बच्चों को रोज स्कूल भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए स्वयं सहायता समूह व अन्य संगठनों की मदद लेने को कहा गया है।
नामांकन बढ़ाए जाए
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने कहा है कि गत वर्ष की अपेक्षा कक्षा एक व छह में नामांकन कम हैं। ऐसे में छह से 14 साल के बच्चों के नामांकन पर जोर दिया जाए। पिछले सत्र की अपेक्षा इस बार प्रेरणा पोर्टल पर पंजीकृत बच्चों की संख्या कम है। इसे बढ़ाया जाए।