(बहराइच) : ब्लाक फखरपुर के संविलियन विद्यालय कोदही में कार्यरत रसोइया किरन देवी को तीन माह पहले प्रधान शिक्षक महेंद्र प्रताप ने नियम विरुद्ध निकालकर दूसरे की नियुक्ति कर दी। कई बार शिकायत करने के बाद गुरुवार को रसोइया किरन देवी ने 'सेवा से संतृप्तिकरण' शिविर में पहुंचकर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र दिया है।
किरन देवी ने बताया कि स्कूल में सात रसोइया कार्यरत थीं। शासन के मंशानुरूप इस वर्ष छात्र संख्या के अनुसार रसोइयों का चयन व नवीनीकरण होना था। स्कूल में छात्रों की संख्या के सापेक्ष पांच रसोइयों का नवीनीकरण होना था, दो रसोइयों को कार्यमुक्त करना था।
आरोप है कि प्रधान शिक्षक महेंद्र प्रताप ने ग्राम प्रधान से मिलकर नियमों की अनदेखी करते हुए दो के बजाए तीन रसोइयों को निकाल दिया और एक नई रसोइया का चयन कर लिया। किरन का कहना है कि सात रसोइयों में एक असाध्य रोगी थी तथा एक रसोइया विवाहित थीं।
इन दोनों को निकालना था, बाकी पांच रसोइया विधवा थीं। आरोप है कि उसे निकालने के लिए प्रधान शिक्षक ने नोटिस देने के बजाय फोन पर कहा कि नई रसोइया का चयन हो गया है और उसे स्कूल आने से मना कर दिया।
उसने मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई। इस मामले में डीएम ने बीएसए को जांच के निर्देश दिए। किरन का आरोप है कि प्रधान शिक्षक व शिक्षा विभाग के तत्कालीन ब्लाक स्तरीय अधिकारी ने उसकी शिकायत पर मनमानी आख्या लगा दी। बीएसए अव्यक्तराम तिवारी ने बताया कि यदि रसोइया का बच्चा विद्यालय में पढ़ता है तो उसे नहीं निकाला जाना चाहिए।